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शहर के हालात में बदलाव के लिए नगर निगम ने उठाया बड़ा कदम
गया : आखिरकार नगर निगम गुरुवार को जीबी रोड स्थित वुलवेज नामक की दुकान को तोड़ने में सफल हासिल कर ही लिया. दुकान के पीछे की दीवार टूटते ही जीबी रोड साइड से पूरा बॉटम नाला साफ नजर आने लगा. यह दुकान नाले का अतिक्रमण कर बनायी गयी थी. इस कारण जीबी रोड साइड से […]
गया : आखिरकार नगर निगम गुरुवार को जीबी रोड स्थित वुलवेज नामक की दुकान को तोड़ने में सफल हासिल कर ही लिया. दुकान के पीछे की दीवार टूटते ही जीबी रोड साइड से पूरा बॉटम नाला साफ नजर आने लगा. यह दुकान नाले का अतिक्रमण कर बनायी गयी थी. इस कारण जीबी रोड साइड से नाले की सफाई नहीं हो पाती थी.
पिछले कई वर्षो में बारिश के मौसम में इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी, तो निगम दुकान हटाने के लिए दुकानदार को नोटिस जारी करता था. इसका असर बरसात के जाते ही खत्म भी हो जाता था. अब जाकर निगम ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है.
जानकारी के मुताबिक, जल्द ही वुलवेज के ठीक सामने रोड के उस पार स्थित देशबंधु खादी भंडार नामक दुकान को भी तोड़ दिया जायेगा. इस दुकान को मालिक को भी नोटिस देकर जगह खाली करने का आदेश दे दिया गया है. यह दुकान भी पूरी तरह बॉटम नाले पर ही बनी है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले दुर्गाबाड़ी रोड व कासमी हाइस्कूल के पास भी निगम ने नाले का अतिक्रमण कर बनाये गये एक दीवार व एक गैराज को ध्वस्त कर दिया था.
अतिक्रमण ही जलजमाव का मुख्य कारण : हर साल बारिश में बारी रोड जलमग्न हो जाता है. तमाम कोशिशों के बावजूद बॉटम नाले की सफाई बेहतर तरीके से नहीं हो पाती है.
इसकी मुख्य कारण नाले का अतिक्रमण. जीबी रोड व दुर्गाबाड़ी रोड में निकास के पास अतिक्रमण के कारण नाले का सिल्ट (गाद) निकालना मुश्किल होता है. मशीनों का इस्तेमाल करना भी मुश्किल हो जाता है. निकास पर अतिक्रमण के कारण नाले के अंदर की स्थिति पता ही नहीं चल पाती है. ठीक यही हाल रमना रोड के पास का भी है. यहां भी नाले के दोनों तरफ दुकानों का निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है. अब वुलवेज नामक दुकान टूटने के बाद इनकी बारी है.
दुर्गाबाड़ी व बारी रोड के लोगों की जगी उम्मीद : दुर्गाबाड़ी रोड और बारी रोड के लोगों में दुकान के टूटने काफी खुशी है.दोनों ओर से अतिक्रमण हटा कर सफाई शुरू होने से उन्हें अब यह उम्मीद है कि अब नाले की बेहतर सफाई हो सकेगी और आने वाले समय में जल जमाव की स्थिति भी नहीं होगी. इधर जानकारी के मुताबिक नाले की स्थिति और भी बेहतर करने के लिए लगभग एक करोड़ खर्च भी किये जाने है. इसके तहत नाले का पुर्ननिर्माण होगा. टेंडर भी हो चुका है , आचार संहिता की वजह से काम शुरू नहीं किया जा सका है.
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