गया: गया शहर में 72 घंटे के अंदर स्टेशन रोड में हुई लूटपाट के दौरान लुटेरों ने गोली मार कर एक और राहगीर की हत्या कर दी. अपराधियों ने राहगीर मनीष रजक उर्फ गुड्डू रजक की पत्नी मुन्नी देवी व बहन मुन्नी कुमारी के पास से लाखों रुपये के सोना के जेवरात लूट लिये. इस दौरान हुई हाथापाई में मनीष का मोबाइल भी खो गया. लूटपाट कर दोनों अपराधी जनता कॉलोनी की ओर भाग निकले.मृतक व्यक्ति पटना जिले के राजीव नगर थाना क्षेत्र के बेली रोड-मौर्या पथ स्थित इलाहाबाद बैंक कॉलोनी का रहने वाला था.
मृतक की पत्नी ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस मामले को गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने गंभीरता से लिया है. एसएसपी ने बताया कि सिटी डीएसपी अली अंसारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है और कोतवाली थाने के प्रभारी दारोगा अजरुन प्रसाद को निलंबित कर दिया है. साथ ही घटनास्थल की सीमा पर स्थित डेल्हा थाना इलाके में अपराधियों की धर-पकड़ के लिए थाने में नये दारोगा की पोस्टिंग की जायेगी. एसएसपी ने बताया कि दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जायेगा.
पेट में मारी गोली
जानकारी के अनुसार, मनीष रजक अपनी पत्नी व बहन के साथ शहर के रामधनपुर मुहल्ले में रहनेवाले मामा सीताराम रजक के घर पांच दिन पूर्व आया था. मामा के घर में उनकी पत्नी तीज का पर्व करने आयी थी. बुधवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे मनीष पत्नी व बहन के साथ पटना जाने के लिए रामधनपुर से गया जंकशन पैदल जा रहे थे. मनीष कुछ दूरी पर था और उसकी पत्नी व बहन एक साथ पीछे-पीछे चल रही थी.
वे जैसे ही बैरागी मुहल्ले में एक मंदिर के पास स्थित श्रीराम तिलकुट नामक दुकान के पास पहुंची, सामने की गली से हथियार लिये दो युवक निकले और पत्नी व बहन के साथ लूटपाट करने लगे. इस घटना का विरोध करने पर अपराधियों ने मनीष को पेट में गोली मार दी. अपराधियों ने पत्नी व बहन के पास से लाखों रुपये के आभूषण लूट कर जनता कॉलोनी की ओर भाग गये. गोली की आवाज सुन वहां पहुंचे लोगों ने घायल मनीष को जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भरती कराया, लेकिन इलाज के दौरान मनीष की मौत हो गयी.
घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, सिटी डीएसपी अली अंसारी, कोतवाली के दारोगा अजरुन प्रसाद, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह, रेल थानाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह सहित डेल्हा थाने की पुलिस ने अपराधियों की धर-पकड़ के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया और उनके परिजनों को सौंप दिया.