बोधगया: सात जुलाई को महाबोधि मंदिर सहित बोधगया के अन्य स्थानों पर हुए बम विस्फोट में बाहरी तत्वों के साथ ही स्थानीय लोगों का भी हाथ हो सकता है. घटना की जांच कर रही एनआइए की टीम को अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगी है. एनआइए अंधेरे में तीर मार रही है.
ये बातें शुक्रवार को बोधगया के एक होटल में महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के प्रणोता भदंत आनंद ने कहीं. उन्होंने कहा कि मंदिर की सुरक्षा के नाम पर चारों ओर ऊंची दीवार खड़ी करना ठीक नहीं है.
साथ ही सुरक्षा के नाम पर बोधगया के गरीब लोगों को बेरोजगार करने की बात करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों पर मंदिर में दिये जाने वाले दान के रुपये खर्च करना अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि मंदिर की सुरक्षा में तैनात बीएमपी के जवान जांच कार्य में ज्यादा ही कड़ाई दिखा रहे हैं. यह भी ठीक नहीं है.