उन्होंने बताया कि स्वच्छता अभियान के तहत 12,000 रुपये शौचालय निर्माण के लिए दिये जा रहे हैं. श्री अग्रवाल ने खुले में शौच की कईं बुराइयों का भी जिक्र किया. उन्होंने जल संरक्षण कर प्रकृति को संतुलित रखने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि पानी जीवन का आधार है. इसके बगैर जीवन संभव नहीं. मनुष्य, जीव-जंतु, पशु-पक्षी व पेड़-पौधे सभी को पानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पानी के लिए कई राज्य आमने-सामने हैं. उनके बीच विवाद है. कई राज्यों में शहरों से ज्यादा गांवों की स्थिति खराब है. लोग स्वार्थवश आहर, पोखर व तालाब भर कर घर बनाते जा रहे हैं.
वे पानी की महत्ता को दरकिनार कर रहे हैं. जिलाधिकारी ने जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर काम करनेवाली फतेहपुर की तीन महिलाओं गीता देवी, जगिया देवी व भौला देवी को पुरस्कृत किया. कार्यक्रम में फतेहपुर कन्या हाइस्कूल की छात्रओं ने ‘पानी हइ जिनगी के आधार हो भइया..’ व प्रगति ग्रामीण विकास समिति की सांस्कृतिक टोली ने ‘हमर भइया जी, हमर बहना जी, हमर भइया जी व बतिया जे बोले कि जियरा में अमृत घोले..’ गीत से लोगों को पानी, शौचालय व स्वच्छता के लिए जागरूक किया. कार्यक्रम में उपस्थित पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम ने पानी की शुद्धता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पानी में कई घुलनशील तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदेह हैं. पानी में आर्सेनिक व फ्लोराइड की अधिकता शरीर के लिए घातक होती है. निगम के जल पर्षद के पूर्व कार्यपालक अभियंता अशोक सिंह ने भी जल की महत्ता के बारे में लोगों को बताया.