गया: जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से मॉनसून हेल्थ अलर्ट डे पर सोमवार को जयप्रकाश नारायण (जेपीएन) हॉस्पिटल में हेल्थ अवेयरनेस कैंप (स्वास्थ्य जागरूकता शिविर) आयोजित कर बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी दी गयी. इसके लिए हैंडबिल का वितरण लोगों के बीच किया गया. इस मौके पर उपस्थित डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि सावधानी ही सबसे बेहतर फैमिली डॉक्टर है. सावधानी बरत कर कालाजार, मलेरिया, डेंगू, जापानी इनसेफ्लाइटिस, फाइलेरिया, कॉलरा, डायरिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस आदि बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है.
कॉलरा, डायरिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस, अतिसार आदि जल-जनित बीमारियां हैं. इनसे बचने के लिए स्वच्छता अनिवार्य है. ताजा खाने का सेवन करना, पानी उबाल कर पीना, खाद्य पदार्थो को ढंक कर रखना, भोजन करने से पहले व शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह हाथों को धोना, संक्रमित व्यक्ति को तरल व सुपाच्य भोजन देना, कटे हुए फलों के
सेवन से बचना और संक्रमित व्यक्ति को डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए ओआरएस घोल देना आवश्यक है. कालाजार, मलेरिया, डेंगू, जापानी इनसेफ्लाइटिस, फाइलेरिया आदि कीट-जनित बीमारियां हैं. इनसे बचने के लिए मच्छरों पर नियंत्रण आवश्यक है. यह तभी संभव है, जब आवास एवं आसपास के परिवेश में जलजमाव न होने दें. साथ ही कूलर, टायर, कबाड़ा आदि में जलजमाव होने से रोकें. समय-समय पर मच्छर व कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें. उपचारित (मेडिकेटेड) मच्छरदानी का प्रयोग करें.