गया: सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह ने प्रभावती अस्पताल से बच्च चोरी होने के मामले का उद्भेदन जल्द कर लेने का दावा किया है. उन्होंने बताया कि इस कांड के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर (आइओ) सब इंस्पेक्टर रंजन कुमार चार दिनों से बेलागंज थाने के भीखाचक गांव में प्रतिनियुक्ति पर हैं. एक-दो दिनों में उन्हें वापस बुला लिया जायेगा. इसके बाद सीसीटीवी कैमरे से प्राप्त फुटेज के आधार पर बच्च बरामद कर लिया जायेगा और चोरी करनेवाली महिला को सलाखों के पीछे भेज दिया जायेगा.
ज्ञातव्य है कि प्रभावती अस्पताल से पांच दिन पूर्व एक नवजात बच्ची की चोरी हो गयी थी. इस संबंध में पीड़ित प्रसूता सुनीता देवी के ससुर नागेश्वर पासवान की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, लेकिन पुलिस अब तक नवजात बच्ची की सुराग तक नहीं ढूंढ़ पायी है.
इधर पीड़िता सुनीता का रो-रो कर बुरा हाल है. अस्पताल से उसकी छुट्टी भी कर दी गयी है. सुनीता के ससुर नागेश्वर पासवान व सास मीना देवी ने बताया कि इस मामले को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है. पुलिस जितनी देर कर रही है, बच्ची का स्वास्थ्य व सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि पुलिस को प्रसूता बता चुकी है कि बच्ची चुरानेवाली महिला से अस्पताल की एक दाई की मिलीभगत है. महिला चोर तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी कैमरे का फुटेज भी पुख्ता प्रमाण है. इसके बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. पुलिस चाहती, तो अब तक बच्ची सकुशल बरामद हो जाती.