बोधगया : महाबोधि मंदिर के प्रबंधन को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है. मामले में न्यायिक हस्तक्षेप के लिए अलग–अलग पक्ष आंदोलनों का रुख करते रहे हैं. हालांकि, अब तक न तो इस मामले में अदालत का फैसला आया है, न ही जमीनी स्तर पर किसी भी पक्ष को किसी प्रकार की दिक्कत हुई है.
इसमें अलग–अलग लोगों की भागीदारी को लेकर निरंतर तरह–तरह की राय आती रही. इस बीच, मीडिया में मंदिर प्रबंधन के नेतृत्व के मुद्दे पर राज्य सरकार की ओर से कानून में संशोधन को लेकर आयी खबरों के बाद लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है. पेश हैं उनके विचार.