भगवानपुर. क्षेत्र के किसानों से धान की खरीदारी के लिए क्रय केंद्र, तो खोले गये. लेकिन, एसएफसी (राज्य खाद्य निगम) द्वारा अधिप्राप्ति में गति नहीं आई. अब क्षेत्र के किसानों के सब्र का बांध टूट रहा है. किसानों ने इस कु व्यवस्था के खिलाफ अनशन का फैसला लिया है. गौरतलब है कि प्रखंड में एसएफसी के क्रय केंद्र, तो खोल दिये गये. लेकिन, जब किसान अपने धान बेचने के लिए जा रहे, तो उन्हें धान में 17 प्रतिशत से अधिक नमी का हवाला देकर लौटा दिया जा रहा है.
इससे किसान मायूस होकर बैरंग लौट जा रहे हैं. इधर, मोकरम के किसान बबलू सिंह, उमापुर के मुकेश सिंह, भगवानपुर के रवि शंकर पांडेय ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मौसम की बेरुखी से अधिकतर किसानों का धान खलिहान में पड़ा है. बारिश की वजह से धान बरबाद हो रहा है.
धान क्रय केंद्रों पर कभी नमी, तो कभी गंदा धान का हवाला देकर किसानों को लौटा दिया जा रहा है. कुछ किसानों का यह भी आरोप है कि क्रय केंद्रों पर किसानों का नहीं, बल्कि बिचौलियों का धान लिया जा रहा है. इन सब समस्याओं को देखते हुए अब किसानों का धैर्य खोने के कगार पर है. किसानों का कहना है कि अगर एक दो दिनों के भीतर क्रय केंद्र पर खरीदारी में सुधार व धान खरीदारी में गति नहीं दिखी, तो किसान भगवानपुर बाजार के मुख्य चौराहों पर आमरण अनशन करेंगे.