गया : 7/7 कांड (बोधगया सीरियल ब्लास्ट) की जांच कर रही एनआइए की टीम को अब तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है.घटना के पीछे किसका हाथ है, कैसे बम रखनेवाले अंदर पहुंचे, मंदिर में किस रास्ते किये प्रवेश, मंशा क्या थी, कहां से आये हैंडी सिलिंडर, बमों में सोच–समझ कर टाइम सेट किया गया या भूलवश गलत टाइमिंग लगी आदि कई ऐसे मामले हैं, जिन तक जांचकर्ताओं को अभी पहुंचना है. जांच एजेंसियों की नजर पहले आतंकी संगठनों पर थी. माओवादियों पर भी शक था.
अब भी है. पर, अब इनसे अगल पहलुओं पर भी जांच जरूरी प्रतीत हो रही है. गुरुवार को दिनभर एनआइए के जांच अधिकारियों ने बीटीएमसी व जिला प्रशासन के साथ कई राउंड की बैठकें कीं. बीटीएमसी के क्रियाकलाप से लेकर उनके हिस्से के कामकाज पर भी गौर किया गया.
प्रशासन की दिलचस्पी व उनके अधिकार पर भी गौर किया गया. बहरहाल इन बैठकों से कोई ठोस नतीजा अब तक निकलने का कोई संकेत नहीं मिला है. जांच टीम मंदिर के सुरक्षा तंत्र की गुत्थियां सुलझाने में ही परेशान दिखी. बीटीएमसी से सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित कागजात भी मांगे गये. उनका गहन अध्ययन किया गया. सुरक्षा गार्डो से भी पूछताछ का सिलसिला चला.