गया: सोमवार से सामूहिक अवकाश पर गये जिले के सभी होमगार्डो ने मंगलवार को शहर की प्रमुख सड़कों पर जम कर प्रदर्शन किया.
समाहरणालय के सामने स्थित आंबेडकर पार्क से होमगार्डो ने जुलूस निकाला व व्यवहार न्यायालय, राय काशी नाथ मोड़, जयप्रकाश झरना, आयुक्त आवास आदि का भ्रमण करते हुए वापस आंबेडकर पार्क पहुंचे. संघ के सचिव हृदय प्रसाद ने बताया कि होमगार्डो के साथ हमेशा नाइंसाफी की गयी है. जिले की आंतरिक सुरक्षा से लेकर बैंक, अस्पताल सहित अन्य सरकारी संस्थानों में करीब 1200 होमगार्ड जवान लगे हैं और करीब 1000 जवान रिजर्व रहते हैं.
24 घंटे होमगार्ड ड्यूटी करते हैं. उन्हें संसाधन भी मुहैया नहीं कराया जाता है. उन्होंने कहा कि होमगार्डो को समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. कई मांगें वर्षो से लंबित पड़ी हैं. इन मांगों पर कई बार सरकार से बात की गयी, लेकिन हर बार आश्वासन देकर छोड़ दिया गया. लेकिन, इस बार बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ ने कड़ा निर्णय लिया है. आठ से 12 दिसंबर तक सामूहिक अवकाश पर रहने के बावजूद अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो 15 दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में सभी होमगार्ड जुटेंगे और अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करेंगे.
होमगार्डो की मांगें
1. बिहार गृह रक्षा वाहिनी नियमावली 1947 में संशोधन कर समान काम के लिए समान वेतन निर्धारित किया जाये.
2. सभी होमगार्डो की उम्रसीमा 58 से बढ़ा कर 60 वर्ष की जाये और सेवानिवृत्ति के बाद जीवनयापन भत्ता देने की व्यवस्था हो
3. गृह रक्षावाहिनी विभाग में तृतीय व चतुर्थ वर्गीय रिक्त पदों पर उम्र सीमा व शैक्षणिक योग्यता को हटा कर समायोजन किया जाये.
4. सभी होमगार्ड की ड्यूटी सुनिश्चित करायी जाय ेऔर नाश्ता भत्ता के रूप में 50 रुपये प्रतिदिन दिया जाये.
5. होमगार्ड का दैनिक भत्ता बढ़ा कर 500 रुपये किया जाये.