गया: ठंड के साथ ही तापमान में उतार-चढ़ाव का लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों व बुजुर्गो को हो रही है. कभी ठंड, तो कभी गरमी के कारण बच्चों की सेहत बिगड़ रही है. बुजुर्गो के शरीर पर भी तापमान में उतार-चढ़ाव का प्रतिकूल असर पड़ रहा है. अस्पतालों व नर्सिग होम में डॉक्टरों के पास सर्दी-जुकाम, बुखार व जोड़ों के दर्द के मरीज अधिक आ रहे हैं.
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ क्रांति किशोर ने बताया कि बच्चों का शरीर नाजुक होता है. तापमान घटने-बढ़ने पर शरीर को सामंजस्य करने में समय लगता है. ऐसे समय में बच्चों में सर्दी-खांसी, पेट दर्द व दस्त की शिकायत अधिक हो रही है. उन्होंने बताया कि बच्चों पर ठंड के मौसम में अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है. सुबह-शाम गरम कपड़े पहना कर रखें व गुनगुना पानी दें. किसी भी प्रकार की शारीरिक परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
फिजिशियन डॉ प्रांशु ने बताया कि ठंड शुरू होने के साथ ही तापमान घटने-बढ़ने से लोगों की सेहत पर प्रतिकूल असर पर रहा है. ठंड का असर छोटे बच्चों व बुजुर्गो पर अधिक पड़ता है. डॉक्टरों के पास जुकाम व बुखार की शिकायतें अधिक आ रही हैं. बुखार रहने पर बच्चों को पारासिटामोल सीरप दें. दो दिनों में ठीक नहीं होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. लोगों को चाहिए कि ठंड व मौसम बदलने के दौरान छोटे बच्चों का अधिक ध्यान रखें.
गरम कपड़े पहनाये रखें और प्रोटीन वाला आहार दें. ठंड में बुजुर्गो को भी अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि, शरीर कमजोर होने पर ठंड अधिक असर करता है. कमजोर शरीर में अधिक ठंड होने पर लकवा भी मार सकता है. जोड़ों के दर्द के लिए भी ठंड अधिक घातक है.