बोधगया: विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के परिसर से मंगलवार को 13 देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं ने विश्व शांति का आह्वान किया. बोधि वृक्ष की छांव तले आयोजित 10 वां इंटरनेशनल त्रिपिटक सूत्र पाठ में शामिल अलग-अलग देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं ने विश्व में शांति, प्रेम व भाईचारे के संदेश को प्रसारित करने के उद्देश्य से भगवान बुद्ध के उपदेशों का पाठ शुरू किया.
इसमें त्रिपिटक के 45 वॉल्यूम को अगले 10 दिनों तक पढ़ा जायेगा. भगवान बुद्ध के उपदेश, जिसे त्रिपिटक के नाम से जाना जाता है, उसका 25 वॉल्यूम सूत्त पिटक, 12 वॉल्यूम अधिधम्म पिटक व आठ वॉल्यूम विनय पिटक है.
आयोजित सूत्र पाठ कार्यक्रम में कंबोडिया, म्यांमार, श्रीलंका, नेपाल, वियतनाम, लाओस, भारत, थाइलैंड, इंटरनेशनल ग्रुप, लाओ-पीडीआर के साथ ही इंडोनेशिया, सिंगापुर व मलेशिया के बौद्ध भिक्षु व श्रद्धालु हैं. सभी देशों के श्रद्धालुओं को पालि भाषा में लिखित त्रिपिटक का सूत्र पाठ करने को दिया गया है. लेकिन, श्रद्धालु अपनी-अपनी मातृभाषा में सूत्र पाठ कर रहे हैं. सूत्र पाठ का समापन 12 दिसंबर को होगा. कार्यक्रम की शुरुआत में मंगलवार की सुबह थाइलैंड मोनास्टरी से विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं ने आकर्षक शोभायात्र निकाली. यह शोभायात्र कालचक्र मैदान में आकर समाप्त हुई.