गया: शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लोगों को मूत्रलय (यूरिनल) के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा. निगम ऐसी जगहों पर अस्थायी तौर पर मूत्रलय रखने का इंतजाम कर रहा है. इसमें महिला व पुरुष दोनों के लिए इंतजाम होंगे. शनिवार को हुई बोर्ड की बैठक में इस पर मुहर लग गयी है. निगम जल्द ही पोर्टेबल यूरिनल खरीदेगा.
सूचना के अनुसार, लगभग 25 पीस पोर्टेबल यूरिनल खरीदे जा सकते हैं. इन्हें शहर के मुख्य बाजार के अलावा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रखा जायेगा. आकार में छोटे व हल्के होने के कारण इसका स्थान भी बदला जा सकेगा. इस व्यवस्था को बनाने के लिए निगम ने खास ध्यान महिलाओं का रखा है. शहर के अति व्यस्त इलाके की बात करें तो जीबी रोड में कहीं भी मूत्रलय की व्यवस्था नहीं है. चौक व केपी रोड में भी कहीं मूत्रलय नहीं दिखता. केपी रोड होते गोदाम व लहरिया टोला के पास और जयप्रकाश नारायण अस्पताल के बाहर तीन जगहों पर व्यवस्थित रूप से शौचालय बने हैं.
स्थायी मूत्रलय का होगा बेहतर विकल्प : शहर के कई व्यस्त मार्गो में स्थायी शौचालय का निर्माण कराना काफी मुश्किल है. इसके लिए पर्याप्त जगह की भी कमी है. मसलन जीबी रोड, केपी रोड, चौक व गोदाम आदि इलाके में स्थायी रूप से मूत्रलय का निर्माण मुश्किल नजर आता है. यहां हर रोज सैकड़ों की भीड़ जमा होती है. व्यावसायिक इलाकों में जहां सैकड़ों की संख्या में दुकानें हैं, वहीं हर रोज सैकड़ों लोगों का आना-जाना भी होता है. शौचालय नहीं होने की वजह से स्थानीय दुकानदारों के साथ-साथ शहर के लोगों को भी काफी समस्या होती है. वर्तमान शहर के बाजार, बस स्टैंड आदि जगहों पर स्थिति बेहद खराब नजर आती है. बजाजा रोड, चौक व केपी रोड में जहां-तहां लोग पेशाब करते हैं. इसकी वजह से इन इलाकों में बदबू फैलती है.
पहले भी हुई थी चर्चा
इससे पहले पूर्व मेयर विभा देवी के कार्यकाल के दौरान भी शहर के व्यस्त रास्ते और बाजार में मूत्रलय बनाये जाने पर बात हुई थी. जीबी रोड स्थित एक मार्केट एरिया में महिलाओं के लिए मूत्रलय बनाने की बात भी हुई, लेकिन पार्षद के राजनीतिक उलझनों में यह मामला उलझ कर रह गया. इस दौरान शहर के व्यवसायियों व आम लोगों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया, बाजार में मूत्रालय बनाने की मांग की.