* वेतन भुगतान के मामले को लेकर आक्रोशित हुए कर्मचारी
* कुलपति के पद सत्यापन के बाद वेतन भुगतान करने की बात पर बिफरे
* सोमवार को आंदोलन की तय करेंगे रणनीति
* शिक्षकेतर कर्मचारी संघ ने रखी थीं मुख्य रूप से तीन मांगें
बोधगया : मगध विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी वेतन भुगतान को लेकर आंदोलन के मूड में आ गये हैं. कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने शनिवार को आयुक्त सह कुलपति आरके खंडेलवाल से वेतन भुगतान मामले पर हुई असफल वार्ता के बाद आगे की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसके तहत सोमवार को प्रशासकीय भवन के मुख्य द्वार पर बैठक होगी.
इस दौरान वेतन के अभाव में काम ठप करने पर आम सहमति बनाने का निर्णय लिया जायेगा. शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के महासचिव पीएन उपाध्याय ने कुलपति से वार्ता कर लौटने के बाद संघ के कार्यालय में ‘वेतन नहीं, तो काम नहीं’ की तर्ज पर आंदोलन करने की घोषणा की.
उन्होंने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को संघ के पदाधिकारियों व कुलपति के साथ वार्ता थी. इसका स्थान कुलपति कार्यालय तय था. लेकिन, कुलपति ने वार्ता के लिए उन्हें दूरस्थ शिक्षा विभाग में बुलाया. महासचिव ने बताया कि संघ द्वारा मुख्य रूप से तीन मांगें रखी गयी थीं. इसमें 31 माह के नये वेतनमान की अंतर राशि का भुगतान, तीन माह के बकाये वेतन का भुगतान व सात प्रतिशत महंगाई राहत के बकाये का भुगतान शामिल है.
उन्होंने बताया कि जब कुलपति को उक्त मांगों से संबंधित पत्र सौंपा, तो उन्होंने दो-टूक जवाब दिया कि जब तक पदों का सत्यापन नहीं होगा, वेतन का भुगतान नहीं किया जा सकता. कुलपति ने इस मामले पर वित्त पदाधिकारी व कुलसचिव से चर्चा करने का आश्वासन देकर मात्र पांच मिनट में ही संघ के पदाधिकारियों को चलता कर दिया. उन्होंने अन्य समस्याओं को भी सुनना भी पसंद नहीं किया.
संघ के अध्यक्ष अमितेश प्रकाश व महासचिव ने बताया कि कुलपति द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं को संज्ञान नहीं लिये जाने से आहत कर्मचारियों ने सोमवार को गेट वार्ता का आयोजन किया है. गेट वार्ता सोमवार की सुबह 9:30 बजे निर्धारित है.
* मंगलवार तक होगा भुगतान
कुलपति आरके खंडेलवाल ने बताया कि सरकार द्वारा स्वीकृत पदों के एवज में जितने कर्मचारियों के लिए रुपये भेजे गये हैं, उनका भुगतान मंगलवार को किया जायेगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय सहित कॉलेजों में भी स्वीकृत पदों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए रुपये जारी किये हैं.
इसका भुगतान किया जा रहा है. विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के मामले में भी वित्त पदाधिकारी को सूची बनाने को कहा गया है. संभवत: मंगलवार तक कर्मचारियों का भुगतान हो जायेगा. उन्होंने संघ के पदाधिकारियों द्वारा लगाये जा रहे आरोपों को गलत बताया है.
* वीसी के व्यवहार की निंदा की
गया : जदयू महानगर के अध्यक्ष चंदन कुमार यादव ने शिक्षकों व छात्रों के प्रति कुलपति के व्यवहार की निंदा की है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में विश्वविद्यालय में शिक्षक व छात्र नेताओं के साथ जो व्यवहार किया गया वह गलत है.
कुलपति विश्वविद्यालय के अभिभावक होते हैं, इसलिए शिक्षक और छात्रों की शिकायतें सुनना उनका दायित्व है. कुलपति को इस तरह के व्यवहार से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों और छात्रों के बीच कुलपति को लेकर नाराजगी है.