गेहलौर महोत्सव : मंत्री ने कहा, गेहलौर में कर्म व कृति की होती है पूजा

पर्वत पुरुष दशरथ मांझी को दी गयी श्रद्धांजलि, जुटे हजारों लोग खिजरसराय (गया) : बिहार सांस्कृतिक विरासत की राजधानी रही है. बौद्ध धर्म के अनुनायी को बोधगया, जैन धर्म के लोगों को पावापुरी, अकलियतों को मनेर शरीफ जाकर ज्ञान की प्राप्ति होती है. पूरे विश्व को गया में मोक्ष प्राप्त होता है. वहीं कर्म और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2019 8:02 AM
पर्वत पुरुष दशरथ मांझी को दी गयी श्रद्धांजलि, जुटे हजारों लोग
खिजरसराय (गया) : बिहार सांस्कृतिक विरासत की राजधानी रही है. बौद्ध धर्म के अनुनायी को बोधगया, जैन धर्म के लोगों को पावापुरी, अकलियतों को मनेर शरीफ जाकर ज्ञान की प्राप्ति होती है. पूरे विश्व को गया में मोक्ष प्राप्त होता है.
वहीं कर्म और कृति की पूजा गेहलौर में होती है. उक्त बातें पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने गेहलौर में शनिवार को दशरथ मांझी महोत्सव (गेहलौर महोत्सव) के उद्घाटन के मौके पर कहीं. कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने संयुक्त रूप से किया.
वहीं, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बाबा दशरथ मांझी के व्यक्तित्व और कर्म का अनुसरण कर समाज में अच्छाई लाकर वंचित और दबे-कुचले लोगों में गैर बराबरी को दूर किया जा सकता है. कार्यक्रम में कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार कृषि रोड मैप के माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाने का प्रयास कर रही है. महोत्सव में 12 वर्षीय लावण्य राज ने प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया.
दशरथ मांझी को मिले भारतरत्न : हम
पटना : हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सरकारी आवास पर पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की पुण्यतिथि मनायी गयी. प्रदेश अध्यक्ष बीएल वैश्यंत्री ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर केंद्र सरकार से भारतरत्न देने व नीतीश सरकार से सरकारी पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी को शामिल करने की मांग की. इस मौके पर विधान पार्षद डॉ संतोष मांझी, विजय यादव, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी, राजेश्वर मांझी, रघुवीर मोची, गीता पासवान आदि मौजूद थे.

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