बोधगया: बोधगया के कई क्षेत्रों में वेंडर जोन बनाया जायेगा. इसके लिए स्थानों का चयन कर लिया गया है. पर, इससे पहले यहां वेंडर कमेटी का गठन किया जायेगा. कमेटी में फुटपाथी दुकानदार संघ के सात सदस्यों के अलावा नगर पंचायत के कर्मचारी, पुलिस व प्रशासनिक विभागों के अधिकारी शामिल रहेंगे. वेंडर कमेटी का गठन होने के बाद वेंडर जोन बनाने का काम शुरू किया जायेगा.
नगर पंचायत कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल वेंडर जोन के लिए कालचक्र मैदान के दक्षिण व बिरला धर्मशाला के उत्तर सड़क के दोनों किनारों पर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लेकर थाइलैंड मंदिर तक, माया सरोवर की चहारदीवारी से सटे सड़क किनारे व नोड-1 को चिह्न्ति किया गया है. साथ ही वेंडर जोन बनाये जाने के बाद बोधगया के गांधी चौक व तिब्बत मंदिर क्षेत्र में सड़कों पर दुकानें लगाने पर भी रोक लग जायेगी.
दुकानों को लेकर सौंपा ज्ञापन
सोमवार को बोधगया के फुटपाथी दुकानदारों ने वेंडर जोन बनाने व लाल पत्थर क्षेत्र में दुकानें लगाने की मांग को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. इसमें यह मांग की गयी है कि फुटपाथी दुकानदारों को लाल पत्थर पर दुकानदारी करने के लिए लाइसेंस व परिचय पत्र जारी किये जायें. हालांकि, लाल पत्थर को नगर पंचायत के अधिकार क्षेत्र में नहीं होने का हवाला कार्यपालक पदाधिकारी एसके लाल ने दिया है. दुकानदारों ने यह मांग की है कि कालचक्र मैदान के किनारों पर बसीं झोंपड़ियों को नहीं हटाया जाये व उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाये.
फुटपाथी दुकानदारों की मांग के बाद कार्यपालक पदाधिकारी ने उन्हें कहा कि पहले वेंडर कमेटी का गठन किया जायेगा व इसके बाद वेंडर जोन बना कर दुकानें आवंटित की जायेंगी. पर, इसके लिए दुकानदार संघ द्वारा कमेटी में शामिल होनेवाले वैसे सात सदस्यों के नाम सुझाये जायें, जो वेंडर जोन के उद्देश्य को सफल बनाने में सहयोगी का काम कर सकें. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि दुकानदार संघ द्वारा कमेटी में शामिल होनेवाले सदस्यों के नाम दिये जाने के बाद कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. इससे पहले कार्यपालक पदाधिकारी से मिलनेवालों में फुटपाथ यूनियन के अध्यक्ष अमृत प्रसाद, गुलाबचंद्र प्रसाद, मोहम्मद नौशाद अख्तर, रामबली मांझी, सत्येंद्र कुमार व मोहम्मद इम्तेयाज उर्फ लाल बाबू थे. हालांकि, फुटपाथी दुकानदारों द्वारा सोमवार को इस मसले पर बोधगया में प्रदर्शन करने की योजना थी, पर अचानक हुई बारिश के कारण प्रदर्शन को स्थगित कर एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.