गया: डोभी थाना क्षेत्र के करमौनी गांव की रहनेवाली छह बच्चों की मां 40 वर्षीया गुड़िया देवी को उसके पति कृष्णा यादव ने शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे घर में ही जिंदा जला दिया और फरार हो गया. इस दौरान गुड़िया के ससुराल के अन्य सदस्य मूकदर्शक बने रहे. शोर-शराबा होने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे और महिला की मदद की.
विवाहिता का मायका गया शहर के बिसार तालाब-देवी मंदिर के पास है. वह पशु चिकित्सीय कार्य से जुड़े रहनेवाले गणोश यादव की बेटी है. घटना की जानकारी होते ही विवाहिता के भाई दिलीप कुमार व अन्य लोग करमौनी पहुंचे और आग से झुलसी गुड़िया को मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भरती कराया. लेकिन, 95 फीसदी से अधिक झुलस चुकी महिला कि नाजुक स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. वह जीवन व मौत के बीच जूझ रही है. इसके पहले मगध मेडिकल थाने की पुलिस ने महिला से पूछताछ कर शिकायत दर्ज की. इंस्पेक्टर ब्रज बिहारी पांडे ने बताया कि विवाहिता ने अपने पति के विरुद्ध शिकायत दर्ज करायी है. शिकायत की कॉपी शनिवार को डोभी थाने में भेज दी जायेगी.
पूर्व विधायक व मुखिया से मिल रहा संरक्षण
दिलीप ने बताया कि कृष्णा यादव को एक पूर्व विधायक व मुखिया का सपोर्ट (संरक्षण) मिल रहा है. इसी कारण गुड़िया ने जब भी डोभी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का प्रयास किया, उक्त लोगों की दबंगई के कारण थानेदार ने उसकी एक न सुनी और पुलिस ने उसे रिहा कर दिया.
24 वर्ष पहले हुई थी शादी
विवाहिता के भाई दिलीप ने बताया कि करीब 24 वर्ष पहले गुड़िया की शादी करमौनी के रहनेवाले धनश्याम यादव के बेटे कृष्णा यादव के साथ हुई थी. उसे चार बेटा और दो बेटी है. गुड़िया ने अपनी बड़ी बेटी प्रीति कुमारी की शादी हो चुकी है. लेकिन, रुपयों का लोभ रहने के कारण कृष्णा का ससुरालवालों से हमेशा विवाद होता था. इस कारण वह हमेशा अपनी पत्नी से मारपीट करता था. दिलीप ने बताया कि इसी दौरान कृष्णा का नाजायज संबंध गांव की ही एक महिला के साथ हो गया.जब जब गुड़िया ने हस्तक्षेप किया, तब तब कृष्णा ने उसके साथ मारपीट की. गत 24 अप्रैल को भी कृष्णा ने गुड़िया को घर में बंद कर पीटा. इसकी शिकायत डोभी थाने की पुलिस से की गयी, लेकिन उसकी एक न सुनी गयी. अंत में गुड़िया ने थक-हार कर 30 अप्रैल को शेरघाटी के अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में गुहार लगायी और पति कृष्णा यादव व करमौनी के रहनेवाले रामदेव यादव की पत्नी रजिया देवी के विरुद्ध शिकायत की.
पति को पकड़ कर सौंपा था पुलिस को
भाई दिलीप ने बताया कि कोर्ट में शिकायत दर्ज होने के बावजूद कृष्णा की आदतों में सुधार नहीं हुआ और वह गुड़िया के साथ मारपीट जारी रखा. इसी दौरान 13 मई को कृष्णा यादव को मंगलागौरी मंदिर के पास पकड़ा और उसे डोभी थाने की पुलिस को सौंप दिया. उन्होंने बताया कि डोभी थाने की पुलिस ने कृष्णा से सांठगांठ कर 14 मई की सुबह उसे थाने से रिहा कर दिया. इसके बाद कृष्णा का मनोबल बढ़ गया और शुक्रवार को गुड़िया देवी के शरीर पर केरोसिन छिड़क कर उसे जला डाला. दिलीप ने बताया कि कृष्णा बड़ा शातिर है. पत्नी को जलाने से पहले वह अपने बच्चों को घर से बाहर भेज दिया था.