* मध्य व उच्च विद्यालय के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित हैं छात्राएं
* बिजली के दर्शन नहीं, खेतों की पगडंडियों से होकर जाते हैं लोग
* मूलभूत सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा सुढ़नी गांव
वजीरगंज : प्रखंड के पतेड़ मंगरावां पंचायत स्थित सुढ़नी के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. सुढ़नी गांव में 60 घर यादव, 20 घर पासवान, दो परिवार नाई व दो घर कहार जाति के लोग निवास करते हैं. गांव की कुल जनसंख्या करीब एक हजार है.
गांव के बच्चे मध्य व उच्च विद्यालय की शिक्षा ग्रहण करने के लिए पतेड़ गांव करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय करते हैं. इससे छात्राओं को प्राथमिक शिक्षा के बाद पठन-पाठन ठप करवाना परिवार के मुखिया की मजबूरी बन जाती है. सुढ़नी गांव में बिजली व सड़क का नामोनिशान अब तक नहीं है. गया-नवादा मुख्य पथ से ग्रामीणों को खेतों व नदियों के पगडंडियों के सहारे जाना पड़ता है.
मिट्टी व फुस या खपड़ैल से ही निर्मित मकान में यहां के ग्रामीण खेती व मजदूरी के सहारे परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. गांव के हरी प्रसाद यादव, धर्मेद्र कुमार, भीम यादव, विजय यादव बताते हैं कि सड़क के अभाव में रोगियों को खटिया पर लाद कर ले जाना पड़ता है.
वर्षो पूर्व सरकार द्वारा सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाना था. इस भवन के निर्माण के लिए नींव तो रखी गयी. लेकिन राशि का आवंटन नहीं हो पाया, जिससे गांव के ही विजय यादव के जमीन पर अर्धनिर्मित सामुदायिक भवन वर्षो से ही अधूरा पड़ा है.
जबकि विजय यादव उक्त जमीन को सरकार के नाम पूर्व में ही रजिस्ट्री कर चुके हैं. पंचायत की मुखिया मंजु देवी ने बताया कि गांव की विभिन्न समस्या ग्राम सभा में आने के बाद पारित कर जिला भेजा गया. लेकिन फंड के अभाव में गांव का विकास कार्य अवरुद्ध है.