गया: स्कूली बच्चों की लड़ाई में नूतन नगर मुहल्ले में शिव मंदिर के पास स्थित एक घर में गुरुवार को पंडा समाज के चाचा-भतीजे को युवकों द्वारा बंधक बना कर पिटाई करने और फिर छत से फेंक देने के मामले में सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
शुक्रवार को सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना को लेकर चार युवकों के विरुद्ध नामजद व 12 अज्ञात युवकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. चारों युवक नूतन नगर के रहनेवाले हैं. इनके विरुद्ध सिविल लाइंस थाने में पहले से भी कई मामले दर्ज हैं. सभी युवकों का इतिहास खंगाला जा रहा है. इन अपराधियों में एक अपराधी ऐसा है, जो पिछले कुछ माह पहले सेंट्रल जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आया है. इन युवकों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. सभी आरोपित अपने-अपने ठिकानों से फरार हैं. सिटी डीएसपी ने बताया कि दोनों घायलों की स्थिति में सुधार है.
गौरतलब है कि इस मारपीट में विष्णुपद मंदिर के पास स्थित चांद चौरा-दौनापुर मोड़ के रहनेवाले 50 वर्षीय अजय लाल बारिक, उनका बेटा नंद लाल बारिक और उनका भतीजा 20 वर्षीय नंदू लाल बारिक गंभीर रूप से घायल हो गये थे. युवकों ने अजय लाल बारिक व नंदू लाल बारिक को पीट कर छत से नीचे फेंक दिया था.
सात दिनों के पुलिस रिमांड पर योगी यादव
गया. एपी कॉलोनी के रहनेवाले राजा सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित योगी यादव उर्फ योगेश उर्फ योगेंद्र को पुलिस ने सात दिनों के रिमांड लिया. कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को रामपुर थाने की पुलिस ने सेंट्रल जेल से योगी को बाहर निकाला.
एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि राजा सिंह हत्याकांड की जांच को लेकर सिटी एसपी चंदन कुशवाहा के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया गया था. इस में सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह, रामपुर थाने के इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता समेत पुलिस के चुनिंदा पदाधिकारी शामिल थे. एसआइटी योगी यादव से राजा सिंह की हत्याकांड से जुड़े कई बिंदुओं पर पूछताछ करेगी और सबूतों को कोर्ट में पेश करेंगी. एसएसपी ने बताया कि योगी यादव पर पहले से ही हत्या, रंगदारी व आर्म्स एक्ट सहित संगीन अपराधों से जुड़े कई मामले दर्ज हैं. अधिकतर मामलों में योगी के खिलाफ कोर्ट में चाजर्शीट दाखिल कर दिया गया है. इन मामलों में भी योगी से पूछताछ की जायेगी.