बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के सीनेट ने शनिवार को वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए 678 करोड़ 19 लाख रुपये का बजट पारित किया. बजट में अनुमानित आय 90 करोड़ 89 लाख व व्यय 678 करोड़ 19 लाख रुपये प्रस्तावित है. कुल बजटीय घाटा 587 करोड़ 30 लाख रुपये दिखाया गया है. इसकी प्रतिपूर्ति के लिए सरकार से अपेक्षा की गयी है. सीनेट की बैठक में प्रतिकुलपति (प्रो-वीसी) डॉ कृतेश्वर प्रसाद ने बजट पेश किया.
प्रो-वीसी ने कहा- ‘मैं वित्तीय वर्ष 2014-15 का बजट सीनेट सदस्यों के समक्ष पेश कर रहा हूं. नियमानुसार आपके अनुमोदन के बाद इसे शिक्षा विभाग (उच्च शिक्षा), को स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा.’ इसके बाद बजट में सुधार की कुछ सलाह देते हुए सीनेट सदस्यों ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी और बजट को पारित मान लिया गया. बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो (डॉ) एम इश्तियाक ने की. इस दौरान कुलपति ने एमयू में प्रस्तावित विकास योजनाओं से सीनेट सदस्यों को अवगत कराया. धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ डीके यादव ने किया.
प्राक्कलित व्यय. वेतन आदि पर अनुमानित व्यय 381 करोड़ 32 लाख रुपये, आठ नव अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों व कर्मचारियों के मद में व्यय 19 करोड़ 73 लाख रुपये, सेवानिवृत्त शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति लाभ के मद में व्यय 161 करोड़ 45 लाख रुपये, आकस्मिकताओं पर अनुमानित व्यय 90 करोड़ 89 लाख रुपये.
प्राक्कलित आय. एमयू मुख्यालय (पंजीयन, प्रवजन आदि) से अनुमानित आय पांच करोड़ 66 लाख, विविध आय 64 लाख, पीजी विभागों से शिक्षण शुल्क से आय 10 लाख, एमयू स्पोर्ट्स कोष में अनुमानित अंशदान एक करोड़, पटना स्थित शाखा कार्यालय से आय पांच करोड़, 44 अंगीभूत कॉलेजों कॉलेजों से आय 19 करोड़ 70 लाख, परीक्षा से शुद्ध आय 12 करोड़ 35 लाख, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों से शुद्ध आय एक करोड़ 78 लाख, विभिन्न विकास मदों में राज्य सरकार से अनुदान प्राप्ति की प्रत्याशा में प्रस्तावित आय 44 करोड़ 66 लाख रुपये.