चुनाव आयोग की कार्रवाई: मतदाता सूची से 10 लाख वोटरों के नाम हटाये गये, डुप्लीकेट वोटरों पर सख्ती

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य की सभी विधानसभाओं की मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटरों के नाम हटाने के लिए कार्रवाई की है. एक मतदाताओं के दो फोटो के मिलान पर राज्य के नौ लाख 81 हजार 921 मतदाताओं का नाम वोटरलिस्ट से हटा दिया गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 29, 2022 10:14 AM

पटना. इस वर्ष राज्य की मतदाता सूची से करीब 10 लाख वोटरों के नाम सूची से अभी तक हटाया गया है. राज्य की अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन पांच जनवरी, 2022 में किया था. उसके बाद भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य की सभी विधानसभाओं की मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटरों के नाम हटाने के लिए कार्रवाई की है. आयोग द्वारा सिमलर फोटो साॅफ्टवेयर के माध्यम से डुप्लीकेट वोटरों का मिलान कराया गया. एक मतदाताओं के दो फोटो के मिलान पर राज्य के नौ लाख 81 हजार 921 मतदाताओं का नाम वोटरलिस्ट से हटा दिया गया है.

पटना में 1 लाख मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया है

राज्य निर्वाचक सूची के नोडल पदाधिकारी मिथिलेश कुमार साहू ने बताया कि राज्य में समरूप फोटो के आधार पर पटना जिले में एक लाख मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया है. इसके अलावा दरभंगा जिला में 58 हजार 858 मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया है. मधुबनी जिले की सूची से 47 हजार 558 डुप्लीकेट वोटरों का नाम हटाया गया है, तो सीतामढ़ी जिले की मतदाता सूची से 46 हजार 903 डुप्लीकेट वोटरों का नाम दोहरे फोटो के आधार पर हटाया गया.

26 लाख मतदाताओं का आधार पूर्वी चंपारण में वोटरलिस्ट से किया गया लिंक

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बादराज्य के सभी बूथों पर मतदाताओं के नाम के साथ आधार जोड़ने की प्रक्रिया पहली अगस्त से आरंभ हुआ है. अभी तक राज्य के चार करोड़ 37 हजार मतदाताओं का आधार वोटर लिस्ट के साथ जोड़ दिया गया है. सबसे अधिक करीब 26 लाख मतदाताओं का आधार पूर्वी चंपारण जिले में वोटरलिस्ट से लिंक कर दिया गया है.

छह लाख 82 हजार नये मतदाताओं का नाम

इस वर्ष पांच जनवरी को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची के बाद से राज्य के मतदाताओं द्वारा वोटरलिस्ट में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किया. मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन के पहले राज्य में अभी तक कुल छह लाख 82 हजार नये मतदाताओं का नाम सूची में शामिल किया गया है. मतदाता सूची में सबसे अधिक 77 हजार 154 मतदाताओं का नाम सुपौल जिले में जोड़ा गया है. इसके बाद पश्चिम चंपारण जिले में 39 हजार 537 मतदाताओं के नाम जोड़े गये, जबकि पूर्वी चंपारण जिले में 35 हजार 600 नये मतदाताओं का नाम वोटरलिस्ट में शामिल किया गया.

– शशिभूषण कुंवर

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