‘तेजस’ बनानेवाले बिहार के वैज्ञानिक डॉक्टर मानस बिहारी वर्मा नहीं रहे, कलाम साहेब के थे खास

स्वदेसी लड़ाकू विमान तेजस बनानेवाली टीम के सदस्य रहे वैज्ञानिक डॉक्टर मानस बिहारी वर्मा का कल मध्य रात निधन हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2021 12:45 PM

दरभंगा. स्वदेसी लड़ाकू विमान तेजस बनानेवाली टीम के सदस्य रहे वैज्ञानिक डॉक्टर मानस बिहारी वर्मा का कल मध्य रात निधन हो गया. दरभंगा जिला के घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर गांव में जन्मे डॉ वर्मा पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम के घनिष्ट मित्र थे. डॉ वर्मा कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और घर पर ही उनका ईलाज चल रहा था. डॉक्टरों के अनुसार सोमवार की रात करीब 12 बजे हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. उनके निधन की खबर के बाद शोक की लहर है.

महाराजा कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन के स्थायी न्यासी के पद पर कार्यरत डॉ वर्मा का जन्म बाउर गांव के किशोर लाल दास के घर हुआ था. उनकी स्कूली पढ़ाई मधेपुर के जवाहर हाई स्कूल में हुई. इसके बाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना और कलकत्ता विश्वविद्यालय में उन्होंने पढ़ाई की.

डॉ वर्मा ने करीब 35 वर्षों तक DRDO में एक वैज्ञानिक के रूप में काम किया. उन्होंने लंबे समय तक पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ काम किया और दोनों गहरे मित्र थे. 1986 में जब तेजस फाइटर जेट विमान बनाने के लिए टीम बनी, तो डॉक्टर वर्मा को उस 70 सदस्यीय टीम में बतौर मैनेजमेंट प्रोग्राम डायरेक्टर रखा गया.

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) से जुलाई, 2005 में सेवानिवृत्त होने के बाद डॉ वर्मा घर लौट आये. दरभंगा आने के बाद वो स्कूलों में विज्ञान की पढ़ाई को बढ़ावा देने के काम में जुट गये. उनकी संस्था के लोग मोबाइल वैन के जरिये एक स्कूल में दो से तीन माह कैंप कर बच्चों को विज्ञान और कंप्यूटर की बेसिक जानकारी देते थे.

डॉ वर्मा के निधन से मिथिला समेत पूरे बिहार में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री नीतीश ने डॉ. मानस बिहारी वर्मा के निधन पर शोक और गहरी संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. मानस बिहारी वर्मा जी का निधन दुखद है. वे महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी के सानिध्य में काम करने वाले लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट “तेजस” के निर्माण में प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी थे.

भारतीय वायुसेना को अधिक मारक बनाने में डॉ. वर्मा का योगदान अविस्मरणीय है. पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा साइंटिस्ट ऑफ द ईयर, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी द्वारा प्रौद्योगिकी नेतृत्व पुरस्कार और 2018 में पद्मश्री से सम्मानित डॉ. मानस बिहारी वर्मा जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित था.

Posted by Ashish Jha

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