दरभंगा: भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि पूंजीपतियों को ढाल बनाकर कांग्रेस व भाजपा सरीखे दल सत्ता हथियाने में लगे हैं. जनता की मूलभूत जरूरतों की जगह प्रधानमंत्री पद के दावेदारों को लेकर चुनाव लड़ने की तैयारी है. श्री भट्टाचार्य गुरुवार को लहेरियासराय स्थित पोलो मैदान में आयोजित जनदावेदारी रैली को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री कौन बनेगा, इस मुद्दे पर नहीं, बल्कि आम जनता के ज्वलंत सवालों पर होगा. गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर लड़े जानेवाले लोकसभा चुनाव में जनता मुद्दों से भटकने वाले दलों को सबक सिखायेगी. उन्होंने कांग्रेस को आड़े-हाथों लेते हुए कहा कि टीवी व अखबारी विज्ञापन के माध्यम से वह विकास और राजनीति की बात कर रही है. जबकि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस शासनकाल में दो आगे नहीं गया बल्कि पिछड़ता चला गया है. भाजपा पर चोट करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात नरसंहार के आरोपित को प्रधानमंत्री पद का सशक्त दावेदार बताकर भाजपा अपने को सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ानेवाली पार्टी बता रही है. हद तो तब हो गयी जब अमेरिकी राजदूत भी नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंच गये.
सरकार की नीतियों से बढ़ी महंगाई
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि महंगाई बढ़ाने में केंद्र सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार है. गैस, बिजली सहित अन्य जरूरी सामान महंगे हो गये है. 01 अप्रैल से इसकी कीमत और बढ़ाने की साजिश चल रही है. मंशा पूंजीपतियों को सीधा लाभ पहुंचाना है. केंद्र की यूपीए सरकार चोर दरवाजे से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ाकर जनता का शोषण और पूंजीपतियों का पोषण कर रही है. उन्होंने ठेके पर बहाल शिक्षक, स्वास्थ्य कर्मी, आशा, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को समान काम समान वेतन देने की मांग करते हुए कहा कि मानदेय पर काम लेना गलत है. उन्होंने स्पष्ट किया कि गुजरात में गरीब नहीं है, इसका ढिढोरा पीटा जा रहा है, लेकिन इस खेल की जब पोल खुली तो भाजपा के मुंह पर तमाचा लगा. दीपंकर ने कहा कि भाकपा (माले) लोकसभा चुनाव में 65 सीटों पर उम्मीदवार देगी. इसमें बिहार में 20-22 प्रत्याशी होंगे. रैली में माले नेता मीना तिवारी ने कहा कि नीतीश शासनकाल में महिलाओं और छात्रओं पर अत्याचार बढ़ा है. बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हेैं, दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
रैली को पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, कर्नल लक्ष्मेश्वर मिश्र, मीना तिवारी, शशि यादव, नेयामुद्दीन अंसारी, नेयाज अहमद, बैद्यनाथ यादव, आरके सहनी, लक्ष्मी पासवान आदि ने संबोधित किया.
पीने का पानी नहीं, पिलाते हो शराब
बिहार में गरीबों को साफ पीने का पानी मय्यसर नहीं है. उसे नीतीश सरकार शराब पिला रही है. जगह-जगह शराब की दुकानें खोलकर खूब राजस्व वसूला जा रहा है. गरीबों की गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है. उन्होंने हुंकार रैली में हुए बलास्ट को लेकर हुई गिरफ्तारियों में मुसलिम नौजवानों को पकड़ने को गलत बताते हुए दीपंकर ने कहा कि बलास्ट की जांच हो और सही दोषी को सजा मिले.