Advertisement
नामांकन की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
महात्मा गांधी महाविद्यालय . कला, विज्ञान व वाणिज्य संकाय में पढ़ाई की सुविधा दरभंगा : सुंदरपुर स्थित महात्मा गांधी महाविद्यालय ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की संबद्ध इकाई है. यहां इंटर व स्नातक स्तर पर कला-विज्ञान व वाणिज्य की विभिन्न विषयों में प्रतिष्ठा के साथ ही जेनरल पास कोर्स की पढ़ाई होती है. यह महाविद्यालय कादिराबाद, […]
महात्मा गांधी महाविद्यालय . कला, विज्ञान व वाणिज्य संकाय में पढ़ाई की सुविधा
दरभंगा : सुंदरपुर स्थित महात्मा गांधी महाविद्यालय ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की संबद्ध इकाई है. यहां इंटर व स्नातक स्तर पर कला-विज्ञान व वाणिज्य की विभिन्न विषयों में प्रतिष्ठा के साथ ही जेनरल पास कोर्स की पढ़ाई होती है. यह महाविद्यालय कादिराबाद, सुंदरपुर, बेला, अलीनगर, बंगलागढ़, शिवधारा आदि क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा का महत्वपूर्ण संस्थान माना जाता है. इसे यूजीसी क ी धारा 2 एफ एवं 12 बी के तहत निबंधन प्राप्त है. विवि के अंतर्गत यह कॉलेज बी श्रेणी में शामिल है.
इतिहास के झरोखे में
कॉलेज की स्थापना को लेकर मुकुंदी चौधरी उच्च विद्यालय जुलाई 1979 में पूर्व विधायक स्व .कामेश्वर पूर्वे एवं दुर्गा दास राठौर के नेतृत्व में बैठक हुई. और सर्वसम्मति से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर महाविद्यालय खोलने का निश्चय किया गया. स्थापना को कानूनी स्वरुप एवं अस्तित्व प्रदान करने के लिए समिति बनायी गयी. जिसके अध्यक्ष दुर्गा दास राठौर एवं सचिव स्व. कामेश्वर पूर्वे बने. बाद में इसी समिति ने शासी निकाय का रुप लिया.
स्व. पूर्वे ने दरभंगा नगरपालिका का अध्यक्ष बनने के बाद उनके प्रयास से महाविद्यालय को 99 वर्ष क ी लीज पर वर्तमान परिसर प्राप्त हुआ. महाविद्यालय के विकास में प्रो. राममनोहर राय, प्रो. जगदीश खर्गा, प्रो. जगतरंजन सिंह, प्रो. देवी दत्त पोद्दार, महावीर राउत, जगदीश पंजीयार, डा. शब्बीर अहमद, राधा महासेठ, गोपी रमण राउत, पूर्व मंत्री डा. रामचंद्र पूर्वे आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा.
पहले आओ, पहले पाओ
स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. एक दो दिनों में तिथियों की घोषणा कर दी जायेगी. नामांकन के लिए प्राप्त आवेदन के आधार पर मेधा सूची का प्रकाशन किया जायेगा. मेधा सूची प्रकाशन के उपरांत शेष सीटों पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नामांकन लिया जायेगा. वहीं इंटरमीडिएट में नामांकन की प्रक्रि या मैट्रिक का परीक्षाफल घोषित होने के उपरांत शुरू होगी.
कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर का संचालन
कॉलेज के शासी निकाय के वर्तमान अध्यक्ष नगर विधायक संजय सरावगी के ऐच्छिक कोष से कॉलेज में क ंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर का संचालन किया जा रहा है. यहां डीसीए की पढ़ाई होती है. सेंटर के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया चल रही है. इसके अलावा कॉलेज में बीएड की पढ़ाई शुरू करने के लिए आवेदन किया जा चुका है.
साथ ही यूजीसी से रोजगारोन्मुखी विषयों की पढ़ाई शुरू करने की योजना है. यूजीसी संपोषित कोचिंग कें द्र, अत्याधुनिक नये विषयों की पढ़ाई की योजना के साथ ही वाणिज्य में बीबीए की पढ़ाई शुरू करने के लिए प्रस्ताव विवि को भेजने की प्रक्रिया चल रही है.
उपलब्ध सुविधाएं
कॉलेज में पुस्तकालय की सुविधा है. रीडिंग रुम के साथ ही पुस्तकालय में गांधी अध्ययन केंद्र को विकसित किया जा रहा है.
यहां गांधी साहित्य के अध्ययन को बढ़ावा दिया जायेगा. विज्ञान विषयों के साथ ही मनोविज्ञान, गृह विज्ञान व भूगोल के प्रयोग शालाओं की सुविधा उपलब्ध है. कॉलेज में जेनेरेटर सुविधा प्रदान की जा रही है. छात्र व छात्राओं के लिए अलग अलग कॉमन रुम की सुविधा उपलब्ध है. महिला छात्रवास के लिए यूजीसी को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चल रही है.
कहते हैं प्रधानाचार्य
कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डा. सुरेंद्र प्रसाद गाईं ने कहा कि पांच हजार छात्र-छात्राओं का यह महाविद्यालय उपेक्षित क्षेत्र में असुविधाओं के बीच भी ज्ञान विस्तार, पठन पाठन, शैक्षणिक विकास में संतोषप्रद ढंग से कार्य कर रहा है. कॉलेज में नैक निरीक्षण की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है.
नगर के पश्चिमोत्तर सीमा पर दलित एवं पिछड़े क्षेत्र में अवस्थित यह कॉलेज वंचित समाज के छात्र-छात्राओं को लाभान्वित कर रहा है. स्थायी पद होने के बावजूद साढ़े तीन दशक से महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी वित्तरहित सेवा दे रहे हैं. चतुर्थ चरण में अंगीभूत होनेवाले महाविद्यालयों की सूची में कॉलेज का नाम शामिल था किंतु साजिश के तहत इसे पीछे रखा गया. सरकार को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement