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यहां कला-वाणिज्य में पीजी तक करें पढ़ाई
सीएम कॉलेज की स्थापना 1938 में हुई. शुरुआत में इसे मिथिला कॉलेज के नाम से जाना जाता था. जहां सभी संकायों की पढ़ाई होती थी. 1941 में इसका नाम चंद्रधारी मिथिला कॉलेज रखा गया. 1974 में कला-वाणिज्य व विज्ञान की अलग-अलग इकाई के रूप में दो कॉलेजों को पुनस्र्थापित किया गया. मूल नाम सीएम कॉलेज […]
सीएम कॉलेज की स्थापना 1938 में हुई. शुरुआत में इसे मिथिला कॉलेज के नाम से जाना जाता था. जहां सभी संकायों की पढ़ाई होती थी. 1941 में इसका नाम चंद्रधारी मिथिला कॉलेज रखा गया. 1974 में कला-वाणिज्य व विज्ञान की अलग-अलग इकाई के रूप में दो कॉलेजों को पुनस्र्थापित किया गया. मूल नाम सीएम कॉलेज के पास रह गया,जबकि मूल परिसर सीएम साइंस परिसर के पास चला गया. इस बीच 1962 में इसका सरकारीकरण हो चुका था.
दरभंगा : कला-वाणिज्य के पढ़ाई के क्षेत्र में मिथिलांचल में सीएम कॉलेज का महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है. यहां इंटर से लेकर स्नातकोत्तर तक कला के विभिन्न विषयों सहित वाणिज्य की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध है.
कला-वाणिज्य में शिक्षा ग्रहण करने के इच्छुक छात्र व अभिभावक यहां नामांकन के लिए लालायित रहते हैं. इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रकाशित हो चुका है. साथ ही कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू होनेवाली है.
नामांकन में आरक्षण
कॉलेज में नामांकन में बिहार सरकार के आरक्षण मापदंड का शत प्रतिशत अनुपालन किया जाता है. इसके अलावा स्नातक या स्नातकोत्तर स्तर पर किसी तरह का कोई कोटा निर्धारित नहीं है. यहां के छात्र राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता का परचम लहरा चुके हैं.
प्रधानाचार्य डॉ शशिभूषण सिंह ने शिक्षकों की कमी को दु:खद पहलू बताते हुए कहा कि शिक्षकों की कमी के कारण हाल ही में हुए नैक मूल्यांकन में प्वाइंट 16 अंक से कॉलेज को ए ग्रेड से वंचित रहना पड़ा है. वर्तमान में कॉलेज में छात्र-शिक्षक अनुपात 140:1 है जो काफी अधिक है.
उन्होंने कहा बिहार के अधिकांश कॉलेजों की यही स्थिति है. इस ओर सरकार व विश्वविद्यालय को ध्यान देने की जरूरत है. शिक्षकों की कमी का एक दु:खद पहलू बताते हुए उन्होंने कहा कि यूजीसी से विभागीय अनुदान के लिए आवश्यक है कि विभाग में शिक्षकों की संख्या कम से
कम चार हो. ऐसे में कॉलेज के कई विभाग इस अनुदान से वंचित रह रहे हैं. बावजूद इन सारी समस्याओं के कॉलेज प्रशासन छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा देने का हरसंभव प्रयास कर रहा है.
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