दरभंगा. परिचारिकाओं की हड़ताल के कारण मरीज पीड़ा से बिलबिला रहे हैं. लेकिन उन्हें देखने के लिए कोई नहीं पहुंच रहा. अस्पताल में भरती रोगियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अपनी ओर से स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाये रखने के लिए पूरा प्रयास किया है लेकिन सफलता हाथ नहीं आ रही. शनिवार को परिचारिकाओं ने अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना दिया. इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाये.
आंदोलित नर्सो का कहना था कि अरसे से झूठे वायदे कर सरकार उनलोगों को ठग रही है. जबतक नियुक्ति पत्र नहीं मिलेगा काम पर नहीं लौटेंगे. इधर हड़ताल के कारण डीएमसीएच में स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. नये मरीजों को भरती लिया जाना बंद कर दिया गया है. अगर कोई मरीज आते हैं तो महज प्राथमिक उपचार कर उन्हें चलता कर दिया जाता है. दूसरी ओर समुचित चिकित्सा लाभ नहीं मिलने के कारण रोगियों का अस्पताल से पलायन शुरू हो गया है. गायनी में भरती सुनीता देवी के परिजन ने बताया कि प्रसव पीड़ा से मरीज कराह रही थी. डॉक्टर तो सिर्फ अपना काम कर सकते हैं ना. नर्सो का काम वे कैसे कर पायेंगे, इसके लिए नर्सो को कई बार बुलाने के लिए आरजू मिन्नत की, लेकिन कोई नहीं आया प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि नर्सो की कमी को देखते हुए प्रशिक्षु नर्सिग छात्रओं को काम पर लगा दिया गया है. कोशिश है कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो.