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अधीक्षक व सजर्री के एचओडी निलंबित
दरभंगा/पटना : भूकंप में घायल मरीजों के सिर पर डीएमसीएच में परचा चिपकाने को लेकर मंगलवार की दोपहर अधीक्षक डॉ शंकर झा व सजर्री के एचओडी डॉ उदय कांत को सरकार ने निलंबित कर दिया है. निर्णय स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर की जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है. विभागीय सूत्रों की मानें, तो […]
दरभंगा/पटना : भूकंप में घायल मरीजों के सिर पर डीएमसीएच में परचा चिपकाने को लेकर मंगलवार की दोपहर अधीक्षक डॉ शंकर झा व सजर्री के एचओडी डॉ उदय कांत को सरकार ने निलंबित कर दिया है.
निर्णय स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर की जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है. विभागीय सूत्रों की मानें, तो इस मामले में अधीक्षक व सजर्री के विभागाध्यक्ष को पूरी तरह से दोषी माना गया है. इसके अलावे तीन अन्य डॉक्टरों की भी जांच हो रही हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप में घायल हुए मरीजों का जब मामला सामने आया, तो स्वास्थ्य सचिव के स्तर पर एक टीम बनायी गयी और मामले की पूरी जांच की गयी. इसमें परचा चिपकाने के अलावा और कई मामले सामने आये, जिसका जिक्र रिपोर्ट में किया गया है.
खराब खाना व गंदगी के बीच रखे जाते हैं मरीज
जांच रिपोर्ट में इसका भी जिक्र प्रमुखता से किया गया है कि मरीजों को मिलने वाले खाने की क्वालिटी बिल्कुल खराब है और जो मरीज पहले से घायल होकर आये हैं उनको गंदगी के बीच रखा गया है. टीम ने इस बिंदु को भी देखा और इस मामले में भी अधीक्षक से पूछा , लेकिन अधीक्षक का जवाब जांच टीम को संतोषजनक नहीं लगा और इस कारण से इस मुद्दे को भी रिपोर्ट में दर्ज किया गया. इसके अलावे इन सभी बिंदुओं पर अधीक्षक को इस कारण दोषी माना गया है कि यह निर्णय नहीं लेते हैं और किसी भी काम को गंभीरता से नहीं करते हैं. इस कारण से ही अस्पताल में मरीजों का बुरा हाल हैं.
भूकंप वाले दिन एचओडी सजर्री गायब थे और वह डीएमसीएच में कम पटना में अधिक रहते हैं
सजर्री के एचओडी डॉ उदयकांत भूकंप वाले दिन अस्पताल में नहीं थे और जब उनको फोन लगाया गया , तो वह दरभंगा में नहीं थे. इस कारण से सरकार ने उनको निलंबित कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक यह दरभंगा में कम और पटना में अधिक समय देते हैं. इस कारण से मरीजों का इलाज जैसे – तैसे होता हैं. जब इनकी कार्यशैली को लेकर टीम ने छानबीन की, तो मरीजों से भी अनेक तरह की शिकायत मिली है.
मंगलवार को भूकंप मामले में अधीक्षक व सजर्री के एचओडी दोनों को सरकार के निर्णय पर निलंबित कर दिया गया है. भूकंप घायलों के साथ जो भी अस्पताल में हुआ उसमें अधीक्षक की गलती है यह छानबीन में आ चुका है. इसके अलावे कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच हुई, जिसमें इनको दोषी पाया गया है. सजर्री के एचओडी भूकंप वाले दिन अस्पताल में नहीं थे और वह दरभंगा में कम पटना में अधिक रहते हैं. इस कारण से उनको भी निलंबित किया गया है.
आनंद किशोर, स्वास्थ्य सचिव
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