दरभंगा/मुजफ्फरपुर : आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई पटना की टीम ने मुजफ्फरपुर सिंचाई विभाग में कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत बहेड़ा निवासी भरत पूर्वे के पटना, मुजफ्फरपुर व दरभंगा स्थित पैतृक निवास पर बुधवार को घंटों छापेमारी की.
सिंचाई विभाग के तिरहुत नहर अंचल के अधीक्षण अभियंता भरत पूर्वे के मुजफ्फरपुर स्थित रामदयालु नगर स्थित सरकारी आवास पर बुधवार की सुबह पटना से आयी आर्थिक अपराध इकाई व एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रुप से छापेमारी की. बताया जाता है कि अभियंता के घर से टीम के सदस्यों को 12 हजार रुपये नकद समेत विभिन्न बैंक के कई एटीएम हाथ लगे हैं.
उनके आवास से एप्पल का आइ पॉड, विभिन्न बैंक के पासबुक सहित कई अन्य कागजात हाथ लगे हैं. हालांकि उनके आवास से कोई भी सामान को जब्त नहीं किया गया है. टीम के सदस्यों ने सामान की सूची बना कर इंजीनियर को सौंप दिया है.
उधर, उनके दरभंगा के बहेरा गांव स्थित पैतृक निवास पर चार सदस्यीय दल पहुंचा. अधिकारियों के दल ने श्री पूर्वे के निवास एवं उनके भाई उमेश पूर्वे के व्यावसायिक प्रतिष्ठान को भी खंगाला. अधिकारियों का मानना था कि उमेश पूर्वे का प्रतिष्ठान जयवीर पूर्वे एवं भरत पूर्वे के नाम से ही चल रहा है. यहां से कुछ पासबुक लेकर अधिकारियों का दल एसबीआइ बेनीपुर, सीबीआइ बैंक आशापुर एवं बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में पहुंचकर सभी खातों का गहन जांच पड़ताल की. अहले सुबह से लगभग बारह बजे तक जांचदल एवं पुलिस बल की चहलकदमी से पूरा बहेड़ा बाजार दहशत में दिखा. लोग एक–दूसरे से यह जानने को बेताब दिख रहे थे कि आखिर माजरा क्या है.
इस संबंध में पूछने पर जांच दल के अधिकारियों ने बताया कि भरत पूर्वे पर आर्थिक अपराध इकाई में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का एक मामला दर्ज है, जिसके तहत उक्त कार्रवाई चल रही है.
वैसे इस दौरान छापेमारी दल को कोई खास सफलता नहीं मिली. श्री पूर्वे के भाई ने बताया कि विगत कई वर्षो से कार्यपालक अभियंता का गांव से कोई खास ताल्लुक नहीं है. छापेमारी के दौरान दरभंगा नगर थाना अध्यक्ष हरिशंकर मिश्र, महिला थानाध्यक्ष पदमा कुमारी, बहेड़ा थानाध्यक्ष देवानंद राउत सहित भारी मात्र में पुलिस बल तैनात थे.