VIDEO : यूक्रेन के राजदूत पहुंचे अहिल्यास्थान, पत्नी के साथ मंदिर में की पूजा-अर्चना

दरभंगा : यूक्रेन के राजदूत डॉ. इगोर पोलिखा, पत्नी डॉ. सीता, लिथुआनिया के वैज्ञानिक डॉ. जीता, एसके चौधरी एजुकेशनल ट्रस्ट के डॉ. संत कुमार चौधरी एवं कई अन्य अतिथि रविवार को करीब दस बजेबिहारमें दरभंगा जिला अंतर्गत जाले प्रखंड के अहियारी उत्तरी पंचायत स्थित पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल अहिल्यास्थान पहुंचे. सभी मंदिरों में दर्शन-पूजन के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2017 4:18 PM

दरभंगा : यूक्रेन के राजदूत डॉ. इगोर पोलिखा, पत्नी डॉ. सीता, लिथुआनिया के वैज्ञानिक डॉ. जीता, एसके चौधरी एजुकेशनल ट्रस्ट के डॉ. संत कुमार चौधरी एवं कई अन्य अतिथि रविवार को करीब दस बजेबिहारमें दरभंगा जिला अंतर्गत जाले प्रखंड के अहियारी उत्तरी पंचायत स्थित पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल अहिल्यास्थान पहुंचे. सभी मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद ‘मानवाधिकार के परिप्रेक्ष्य में धर्म की भूमिका’ विषय पर आयोजित सेमिनार का दीप जलाकर उद्घाटन किया.

इस अवसर पर आगत अतिथियों का मिथिला की रीति से न्यास के अध्यक्ष डॉ. कवीश्वर ठाकुर ने पाग-चादर, माला पहनाकर सम्मानित किया. मौके पर न्यास के सचिव सह सीओ कमल कुमार, उपाध्यक्ष हेमंत कुमार झा, सदस्य सह थानाध्यक्ष कुंदन कुमार, डॉ. जय शंकर झा, मुखिया सूर्य नारायण शर्मा, पूर्व मुखिया सह न्यास के प्रांगण प्रभारी दीपक कुमार, ठाकुर, प्रबंधक रासबिहारी चौधरी, पैक्स अध्यक्ष सुभाष कुमार ठाकुर, सरपंच सूर्यकांत ठाकुर, अनिल कुमार, नवीन चौधरी, नवल किशोर ठाकुर, सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे. संक्षिप्त कार्यक्रम के समापन केे बाद सभी अतिथि मधुबनी जिला के बेनीपट्टी थानान्तर्गत चानपुरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रस्थान किये.

विदेशी अतिथियों को सुनने और एक झलक पाने के लिए काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण अहल्यास्थान पहुंचे थे. डॉ. पोलिखा सहित अन्य अतिथि अहिल्यास्थान स्थित राम-जानकी मंदिर, अहल्या गहबर, सिया-पिया निवास स्थित मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद पुजारी से प्रसाद लेकर ग्रहण किया. सभी अतिथि अहिल्यास्थान स्थित मंदिरों की सूक्ष्म कलाकृति को देखकर अभिभूत नजर आये.

अतिथियों को अहिल्यास्थान की महत्ता के बारे में न्यास के अध्यक्ष डॉ. कवीश्वर ठाकुर द्वारा संक्षेप में मूल जानकारी दिया गया. अहल्यास्थान के बारे में, खास कर अहल्या को सर्वांग सुंदरी बताये जाने पर डॉ. पोलिखा और वैज्ञानिक डॉ. जीता के चेहरे पर मुस्कान बिखरने लगा. मौके पर उनके हवाले से संत कुमार चौधरी ने कहा कि अब तक जितने भी मंदिर देखे है, उसमें सबसे सुंदर यह मंदिर नजर आया है. इस कलाकृति को सहेजने के लिए प्रयास होने चाहिए. मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग अपने-अपने देश की ओर से भारत में कई तरह के कार्यक्रम संचालित करने में सहयोग करते है. आगे इस स्थान के लिए भी कुछ करना चाहते है.

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