पटना. परिवार के साथ होली मनाने के लिए प्रवासी बिहारी यहां आने के बाद लोकल ट्रेनों व बसों से घर पहुंच रहे हैं. इसलिए छोटी, बड़ी, एसी, डीलक्स सभी तरह की बसों में यात्रियों की भीड़ दिख रही है. हालांकि, शहर से दूर होने की वजह से बैरिया स्थित पाटलिपुत्र बस टर्मिनल में बसों में अपेक्षा के मुताबिक भीड़ नहीं दिखी. यहां से पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बनारस यहां तक की जयपुर के लिए भी बसें रवाना होती हैं.
यहां से बस लेना बेहतर
सूरत से पटना पहुंचे श्वेत नाम के लड़के ने बताया कि पाटलिपुत्र बस टर्मिनल में बसों की संख्या काफी ज्यादा है, लेकिन जंक्शन से यहां पहुंचने में काफी दिक्कत हुई. दरअसल आम मुसाफिरों ने पाटलिपुत्र के बजाय बांकीपुर बस पड़ाव से ही बस पकड़ना बेहतर समझा. बिहार राज्य परिवहन निगम के एआरएम एस चक्रवर्ती के मुताबिक,बांकीपुर से तीन दिनों में 2 लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों ने यात्रा की.
हर जगह की मिलती हैं बसें
बांकीपुर बस स्टैंड से सरकारी व निजी दोनों तरह की बसें खुलती हैं. बांकीपुर से भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बेतिया, मोतिहारी, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, छपरा, हाजीपुर, गोपालगंज सहित अन्य जगहों के लिए बसें चलती हैं. यहां ठीक-ठाक व्यवस्था और गांधी मैदान से सटे होने से लोग यहां से बसें पकड़ना सुविधाजनक मानते हैं. यहां से दिल्ली के लिए भी बसें खुलती हैं.
बसों की संख्या कम पड़ गयी
बांकीपुर बस स्टैंड पर मुसाफिरों का भारी हुजूम दिखा. गर्मीबढ़ने से लोगों ने साधारण बसों की तुलना में एसी और डीलक्स बसों से सफर करने को प्राथमिकता दी. हालांकि जिस हिसाब से यहां यात्री पहुंच रहे थे, उस हिसाब से बसों की संख्या कम पड़ गयी थी. लिहाजा औरंगाबाद और जगह जाने वाले मुसाफिरों ने निजी ट्रैवलर के जरिये यात्रा करना ज्यादा मुनासिब समझा.