Crime News: बिहार के जमुई में जमुई में बालू माफिया ने अपर थानाध्यक्ष को कुचल कर मार डाला था. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. नवादा से यह गिरफ्तारी हुई है. ट्रैक्टर से बालू माफिया ने इस वारदात को अंजाम दिया था. जिले के गढ़ी थाना अंतर्गत चनरवर पूल के पास गढ़ी के अपर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन को बालू माफिया ट्रैक्टर चालक ने कुचल दिया था. साथ ही होम गार्ड जवान राजेश कुमार शाह इस घटना में गंभीर रूप से घायल है. जिनका इलाज एक निजी क्लीनिक में चल रहा है. आरोपी मिथेलेश ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं, मुख्य आरोपी कृष्ण रविदास की तलाश में छापेमारी की जा रही है. डीएम और एसपी की ओर से यह जानकारी दी गई है कि बालू के अवैध कारोबार को रोकने के लिए जिले में चार चेकपोस्ट बनाए गए है. यहां 24 घंटे रोस्टर वाइज दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है. बताया जाता है कि अवैध बालू कारोबारी के खिलाफ जिला प्रशासन की तेजी के कारण अपर थानाध्यक्ष के साथ यह वारदात हुई है.
होम गार्ड जवान राजेश कुमार का इलाज जारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब सात बजे गश्त के दौरान बालू ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया गया. जिसके बाद बालू ट्रैक्टर चालक ने ट्रैक्टर से प्रभात रंजन और उनके साथ राजेश कुमार शाह को रौंदते हुए भाग गया. मामले की सूचना मिलते ही गढ़ी थाना प्रभारी अमरेश कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत बेहतर इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा जहा डॉक्टर ने अपर थाना प्रभारी प्रभात रंजन को मृत घोषित कर दिया. वही, होम गार्ड जवान राजेश कुमार गंभीर रूप से घायल है. इनका इलाज जारी है.
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
जानकारी के अनुसार मृत अपर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन 2018 बैच के एसआई थे. यह पिछले एक साल से गरही थाना में पदस्थापित थे. प्रभात रंजन मूल रूप से वैशाली जिले के पस्तरा भगवानपुर खजूरी के रहने वाले थे. घटना के बाद पूरा पुलिस महकमा सकते में है. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन के द्वारा मौके पर छापेमारी की जा रही है. जबकि पुलिस अधीक्षक घायल होमगार्ड जवान का इलाज करने के लिए उसे निजी क्लीनिक ले गए थे. गौरतलब है कि जिले में लगातार बालू माफिया के द्वारा पुलिस टीम पर हमला किया जाता रहा है, इसी कड़ी में बालू माफिया ने एक बार फिर पुलिस को निशाना बनाते हुए इस घटना को अंजाम दिया है. वहीं, इस मामले में एक गिरफ्तारी हुई है. जबकि, अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हुई छापेमारी
इधर, पटना के रूपसपुर थाने के चुल्हाईचक कोथवां मोड़ पर 10 नवंबर की शाम हुए प्राॅपर्टी डीलर आलोक कुमार शर्मा की हत्या मामले में फरार चार शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने नौबतपुर में छापेमारी की. चारों नौबतपुर इलाके के रहने वाले हैं. हालांकि, कोई भी अपने ठिकाने पर नहीं मिला. हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद से ही लगातार फरार चल रहे हैं. इस मामले में पुलिस आलोक कुमार शर्मा के पार्टनर मंटू शर्मा के भाई संजीव कुमार उर्फ छाेटू, दाे शूटराें अजय व विक्की, लाइनर विवेक कुमार और महिला प्रियंका कुमारी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बताया जाता है कि जिस मुख्य शूटर की तलाश पुलिस को है, वह बाढ़ से जेल जा चुका है. उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने बाढ़ में भी छापेमारी की. सूत्रों का कहना है कि संजीव को शक था कि आलोक ने उसके भाई के पांच करोड़ रुपये गबन कर लिये है. इसके कारण उसने आलोक की हत्या करवा दी.