पश्चिमी चंपारण: वाल्मीकि नगर व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल से सटे रिहायशी क्षेत्रों में वन्यजीवों का आतंक काफी बढ़ गया है. हाल फिलहाल में तेंदुआ के हमले की घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया है. हाल में ही यहां वन क्षेत्र में बकरी चराने आये एक बच्चे का शिकार तेंदुआ ने कर लिया था. अब दो बकरियों को तेंदुआ ने अपना शिकार बना लिया.
दो बकरियों का तेंदुआ ने किया शिकार
बाल्मीकिनगर गेल चौक से सटे कास्ट भंडार मोहल्ले में दो बकरियों का शिकार तेंदुआ ने कर लिया. बकरियां शहादत अंसारी की थी और दोनों बकरियां शहादत अंसारी के घर के नजदीक चर रही थीं. अचानक बकरियों के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो पशुपालक दौड़े. उन्होंने देखा कि तेंदुआ बकरियों का शिकार कर रहा है. बकरियां लहू से सनी हुई थीं.
पशुपालक की आवाज सुनकर दौड़ा तेंदुआ
पशुपालक की आवाज सुनकर तेंदुआ तेजी से भाग खड़ा हुआ. जब उन्होंने नजदीक जाकर देखा तो बकरियां मृत अवस्था में पड़ी हुई थीं. इसकी सूचना वन क्षेत्र पदाधिकारी को दी गयी. जिसके बाद वनकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया. मामले की जांच की जा रही है. साक्ष्य के आधार पर आवेदन किये जाने के बाद मुआवजे की प्रक्रिया शुरू होगी.
बाघ ने भी किया था बच्चे का शिकार
अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि रिहायशी क्षेत्रों से वन क्षेत्र सटे हुए हैं. इस दौरान सतर्क और सजग जरुर रहें. बता दें कि इस क्षेत्र में आए दिन लोगों को जंगली जानवर सड़क पर दिख जाते हैं. हाल में ही वीटीआर के चिउटाहा वन क्षेत्र में बाघ ने एक बच्चे का शिकार कर लिया था. 13 वर्षीय किशोर बकरी चराने के लिए जंगल की ओर गया था जहां बाघ ने उसपर हमला कर दिया और क्षत विक्षत हालत में उसकी लाश मिली थी. वहीं कइ गांव ऐसे हैं जहां तेंदुआ सामने चलते दिख जाता है जिससे लोगों में हड़कंप मचा रहता है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan