शहीद के परिवारों का करेंगे मुफ्त इलाज

फैसला . इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन में डॉक्टरों ने की घोषणा सेना में शहीद होनेवाले सैनिकों के परिजनों के लिए राहत भरी खबर है. अब बेतिया के प्राइवेट हॉस्पिटलों में उन्हें नि:शुल्क इलाज मिलेगा. यह कोई सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह पहल बेतिया से डॉक्टरों का, जिन्होंने सैनिकों के हित और सम्मान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 19, 2017 5:46 AM

फैसला . इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन में डॉक्टरों ने की घोषणा

सेना में शहीद होनेवाले सैनिकों के परिजनों के लिए राहत भरी खबर है. अब बेतिया के प्राइवेट हॉस्पिटलों में उन्हें नि:शुल्क इलाज मिलेगा. यह कोई सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह पहल बेतिया से डॉक्टरों का, जिन्होंने सैनिकों के हित और सम्मान के लिए यह अनूठी पहल कर पूरे देश में एक संदेश देने का काम किया है.
बेतिया : इंडियन मेडिकल एसोसएिशन के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सह बिहार के विख्यात चिकित्सक पद्मश्री डाॅ विजय प्रकाश ने कहा कि मरीज का अपने डॉक्टर पर विश्वास रहता है.
वह उसे अपना भगवान मानता है. ऐसे में हम डॉक्टरों का दायित्व ही नहीं एक जिम्मेवारी भी है कि हम उनके विश्वास को बनाये रखे और मानवता की सेवा करते रहे. वैसे भी बेतिया में मानवता के कल्याण के लिए सार्वाधिक कार्य होते हैं. चिकित्सा के क्षेत्र में बेतिया ने अबतक इतिहास रचने का काम किया है. डॉ़ प्रकाश शनिवार को बेतिया के संतघाट स्थित एक विवाह में आईएमए की ओर से आयोजित छठवें वार्षिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. विशिष्ट अतिथि गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि आईएमए से जुड़े डॉक्टर नित जन सेवा से जुड़े कार्य करते हैं. चाहे वह निशुल्क कैंप लगाना हो या फिर बाढ़ पीड़ितों की मदद करना हो. उन्होंने कहा कि बेतिया मेडिकल कॉलेज का निर्माण 1915 में हुआ था. जबकि पटना मेडिकल कॉलेज का का निर्माण 1925 में हुई थी. 1932 के भूकंप में बेतिया मेडिकल कॉलेज का भवन हो गया था.
उसके बावजूद भी डॉक्टर झोपड़ी में रह कर मरीजों को इलाज करते थे, इससे बड़ी सेवा नहीं हो सकती है. आईएम के अध्यक्ष डॉ प्रमोद तिवारी ने कहा कि एक डॉक्टर के लिए मरीज व उनके परिजनों के विश्वास पर खरा उतरना ही सबसे बड़ा ईनाम है. यही डॉक्टर की पूंजी भी है. संगठन के सचिव डॉ़ अजनी कुमार ने कहा कि वह हर चिकित्सकीय सहायता के लिए तैयार हैं.
कार्यक्रम को डा़ मीरा चौधरी, डा़ अमिताभ चौधरी डा़ महाश्रय सिंह, डा़ श्रीकांत दूबे आदि ने भी संबोधित किया. आगत अतिथियों का स्वागत आयोजन समिति सचिव डा़ दिनेश राय ने किया. इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप जलाकर किया. इस दौरान आईएएम की ओर से आपसी सहमति के बाद घोषणा की गई कि अब से बेतिया से सभी प्राइवेट क्लिनिक, नर्सिंग होम व हॉस्पिटल में शहीद के परिवारों को मुफ्त चिकित्सकीय सेवा मुहैया कराई जायेगी. चिकित्सकीय परामर्श से लेकर जांच व ऑपरेशन तक का पैसा नहीं लिया जायेगा.

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