Bihar : सेंट्रल जेल में बंद दो कुख्यात अपराधियों ने किया खुदकुशी का प्रयास

बक्सर: सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधी ओंकार नाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह व संदीप यादव द्वारा खुदकुशी का प्रयास किया गया. जेल प्रशासन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सोमवार की देर रात दोनों कुख्यात बंदियों ने ब्लेड से अपने हाथ का नस काट लिया गया. इसकी सूचना मिलने से जेल प्रशासन सकते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 30, 2016 6:44 PM

बक्सर: सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधी ओंकार नाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह व संदीप यादव द्वारा खुदकुशी का प्रयास किया गया. जेल प्रशासन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सोमवार की देर रात दोनों कुख्यात बंदियों ने ब्लेड से अपने हाथ का नस काट लिया गया. इसकी सूचना मिलने से जेल प्रशासन सकते में आ गया. आनन-फानन में दोनों को जेल अस्पताल में इलाज शुरू किया गया. दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है. सूचना मिलने पर नगर कोतवाल राघव दयाल भी जेल पहुंचे और मामले की छानबीन की.

जेल से भागने की फिराक में हैं दोनों

इधर, जिला प्रशासन व पुलिस की माने तो कुख्यात शेरू द्वारा जेल से भागने की साजिश रची जा रही है. इसी को लेकर तरह-तरह योजना बनायी जा रही है. बता दें कि चूना व्यवसायी की हत्या के मामले में शेरू को फांसी की सजा मिल चुकी है. इसके अलावा शेरू कई संगीन मामले दर्ज हैं. वहीं संदीप पर भी कई मामले दर्ज हैं. गौरतलब हो कि जेल प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ शेरू व संदीप सहित आठ बंदी रविवार से अनशन पर बैठे हैं. इस बीच सोमवार की रात शेरू व संदीप द्वारा हाथ का नस काट लिया गया. सूचना पर जब जेल प्रशासन व पुलिस विभाग के अफसर पहुंचे तो दोनों बंदियों ने इलाज कराने से मना कर दिया. इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष राघव दयाल ने बताया कि शेरू जेल से भागने की साजिश कर रहा है.

कुख्यातों की करतूत से जेल प्रशासन की नींद हराम

जेल में बंद कुख्यातों की करतूत से जेल प्रशासन की नींद हराम हो गयी है. बंदियों ने जिला प्रशासन व पुलिस की भी परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे में जिला व जेल प्रशासन ठोस कार्रवाई की मूड में आ गया है. बता दें कि सेंट्रल जेल में आधा दर्जन से अधिक कुख्यात अपराधी बंद हैं. इनके बीच जानी दुश्मनी चली आ रही है. कई गुटों में बंदी अक्सर आपस में भिड़ जाते हैं. अभी कुछ दिन पहले ही कोर्ट परिसर में शेरू व बोतल महतो गिरोह के बीच मजकर मारपीट हुई थी. उसके बाद से शेरू गुट अनशन पर चला गया है. प्रशासन के लिए सबसे परेशानी की बात बंदियों की हर खबर लिक हो जाना बताया जा रहा है.

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