10 करोड़ का लेनदेन बाधित

विरोध. बैंकों में हड़ताल से बैरंग लौटे ग्राहक, एटीएम बंद होने से हुई परेशानी बक्सर : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले विभिन्न यूनियनों के एक दिवसीय हड़ताल के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को बैंककर्मी हड़ताल पर रहे. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारी व कर्मी हड़ताल में शामिल रहे. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 5:31 AM

विरोध. बैंकों में हड़ताल से बैरंग लौटे ग्राहक, एटीएम बंद होने से हुई परेशानी

बक्सर : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले विभिन्न यूनियनों के एक दिवसीय हड़ताल के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को बैंककर्मी हड़ताल पर रहे. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारी व कर्मी हड़ताल में शामिल रहे. संगठनों का कहना है कि उनकी हड़ताल सरकार के जनविरोधी बैंकिंग सुधारों को लेकर है. संगठनों ने बैंकिंग शुल्कों में वृद्धि को भी अनुचित बताया. यूनियंस ने कहा कि खराब ऋणों की वसूली के लिए कठोर उपाय तथा एफडीआरडीआइ बिल वापसी की मांग प्रमुख है. इस तरह छह मांगें सरकार के समक्ष रखी गयी थीं. सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों स्टेट बैंक,
पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया था कि यदि हड़ताल होती है, तो उनकी शाखाओं में कामकाज बाधित हो सकता है. इसलिए ग्राहकों को परेशानी ज्यादा नहीं हुई. हड़ताल के समर्थन में सभी सरकारी बैंकों में कामकाज मंगलवार को ठप रहा. जिले के बैंक शाखाओं में ताले लटके रहे. इस कारण लेनदेन पर गहरा प्रभाव पड़ा. जिले में करीब 10 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ. शहर की एटीएम में भी पैसे नहीं डाले जा सके. इससे ग्राहकों को ज्यादा परेशानी हुई.
सुबह नौ से शाम चार बजे तक हुआ प्रदर्शन : मध्य बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के जिला सचिव श्री निवास राय के नेतृत्व में हड़ताली कर्मियों ने बंदी के लिए मजदूर एकता जिंदाबाद, इनकलाब जिंदाबाद व मांगे पूरी करने का नारा लगाते हुए मुख्य शाखा के समक्ष प्रदर्शन किया. कई बैंक कार्यालयों में कर्मियों ने काम बंद कर तालाबंदी की. कर्मियों ने श्रम नितियों को कामगारों के हक में करने के लिए विरोध प्रदर्शन भी किया. ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा, को-आपरेटिव बैंक, यूनियन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया आदि शाखाओं में तालाबंदी कारायी गयी. हड़ताल में अंजनी ओझा, ईश्वर चंद्र शर्मा, प्रेम सागर पांडेय, सुधाकर त्रिवेदी, उदयशंकर प्रसाद अंबष्ठ, श्रीनिवास राय आदि शामिल हुए. बिहार प्रोवेंशियल बैंक इंप्लॉयज एसोसिएशन के तत्वावधान में प्रदर्शन के दौरान गोपाल जी उपाध्याय, शंकर ओझा, माया मिश्रा, आरपी शर्मा, श्याम बिहारी आजाद, हरे मुरारी केसरी, रामाशंकर राय, बलराज सिंह, शांता राम आदि मौजूद थे.
सफल रही हड़ताल : बिहार प्रोवेंशियल बैंक इंप्लॉयज एसोसिएशन के जिला सचिव हरीश कुमार ने कहा कि हड़ताल पूरी तरह से सफल रही. जिले के करीब 15 सौ बैंककर्मी हड़ताल पर रहे. बैंकों में कामकाज नहीं हुआ. जिले में करीब 10 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ. प्राइवेट बैंकों को भी मोरल सपोर्ट करना चाहिए था. इसके लिए सभी को मैसेज मिला था.
हड़ताल से जरूरी सेवाएं हुईं बाधित
डुमरांव. यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन के आह्वान पर मंगलवार को बैंककर्मी एक दिवसीय हड़ताल पर शामिल रहे. स्थानीय नगर सहित आस-पास के इलाकों के बैंकों में तालाबंदी होने से करोड़ों रुपये के लेनदेन पर इसका असर पड़ा. हड़ताल के कारण उपभोक्ताओं के जरूरी सेवाएं बाधित हुईं. बैंक कर्मियो ने मंगलवार को आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण, बैंक विलय, एनपीए की सख्ती से वसूली और जीएसटी के बाद बढ़ी हुई सेवाओं के प्रभार थोप रही है, जिसका हमलोग विरोध करते हैं. बैंक कर्मियों की हड़ताल से एटीएम सेवा भी बंद रही, जिसके चलते ग्राहकों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ीं. बैंक उपभोक्ता अभिषेक कुमार, भोला यादव, रमेश केसरी, प्रभुनाथ पांडेय, शिवजी खेमानी सहित दर्जनों ने बताया कि हड़ताल के कारण बैंक शाखाओं से वापस लौटना पड़ा.
बैंक बंद होने से एटीएम पर रही भारी भीड़ : हड़ताल के चलते मंगलवार को सभी बैंक में ताला बंद रहा, इसके कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ग्रामीण इलाकों के बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं हो पाई थी की मंगलवार को बैंक बंद रहेंगे. काफी संख्या में ग्रामीण स्त्री – पुरुष बैंकों के दरवाजे पर आकर बैठे रहे. बैंक हड़ताल की जानकारी मिलने के बाद उपभोक्ता निराश होकर घर लौटे. तेज धूप में बुजुर्गों को काफी परेशानी हुई. बैंक बंद रहने के कारण पीएनबी के एटीएम में लंबी लाइन लगी रही. आधा दर्जन एटीएम में केवल एक एटीएम खुला जिसके कारण वहां सर्वाधिक भीड़ रही. अपनी मांगों के समर्थन में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर क्षेत्र में बैंक कर्मचारियों के द्वारा देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया इस दौरान क्षेत्र के सभी बैंकों में ताले लटके पड़े रहे जिसके कारण आम उपभोक्ताओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा.अपनी मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने कहा कि जनविरोधी बैंकिंग में सुधारों के अलावा बैंक शुल्कों में वृद्धि,संसदीय समिति की अनुशंसाओं को लागू करना और कर्मचारियों से संबंधित मुद्दों के समाधान सहित अपनी मांगों को प्राथमिकता के तौर पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि अगर मांगे पूरी नहीं होती है तो आगे भी रणनीति बनाकर आंदोलन किया जायेगा.एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में एसबीआई,एमबीजीबी,पीएनबी समेत सभी बैंकों में दिनभर ताला लटके रहे.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंक कर्मचारियों के देशव्यापी हड़ताल के कारण मंगलवार को बैंक बंद रहा. हड़ताल के कारण प्रखंड के एकमात्र मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में ताला लटका रहा.जिससे आम उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बैंकों ने जनविरोधी बैंकिंग में सुधारों के अलावा बैंक शुल्कों में वृद्धि,संसदीय समिति की अनुशंसाओं को लागू करना और कर्मचारियों से संबंधित मुद्दों के समाधान सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय बंद रखा. हड़ताल के कारण क्षेत्र के दूर दराज के गांवों के उपभोक्ता मायुस होकर वापस लौट गये.

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