BRABU: अंधेरे में वैशाली के 500 छात्रों का भविष्य, विवि ने इस कारण से रोक दिया पूरे कॉलेज का परिणाम

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक (2020-23) के प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया है. यह परीक्षा एक साल विलंब से 2022 में ली गयी थी. इसमें एक लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे. विवि का कहना है कि इस बार अच्छा रिजल्ट आया है. पेंडिंग की समस्या भी कम हो गयी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | September 2, 2022 6:23 AM

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक (2020-23) के प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया है. यह परीक्षा एक साल विलंब से 2022 में ली गयी थी. इसमें एक लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे. विवि का कहना है कि इस बार अच्छा रिजल्ट आया है. पेंडिंग की समस्या भी कम हो गयी है. वहीं, परीक्षा शुल्क और विलंब शुल्क जमा नहीं करने पर वैशाली जिले के 500 से अधिक छात्र-छात्राओं का परिणाम रोक दिया है. रिजल्ट जारी होने के बाद दर्जनों छात्र विश्वविद्यालय पहुंच गये, तो कइयों ने फोन कर परीक्षा विभाग से इसकी में जानकारी ली. विवि की ओर से बताया गया कि परीक्षा शुल्क और विलंब शुल्क नहीं जमा करने के कारण उनका परिणाम रोका गया है.

कॉलेज की लापरवाही का नतीजा भुगत रहे छात्र

परीक्षा फॉर्म व शुल्क जमा कराने में कॉलेजों की लापरवाही का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है. इस बार भी यही हुआ है. विवि के अधिकारियों का कहना है कि काॅलेजों को परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए तिथि निर्धारित की गयी थी. उसके बाद फॉर्म या फीस जमा करने पर विलंब शुल्क लगता है. लेकिन आरपीएस काॅलेज चकियाज ने पांच दिन बाद बिना विलंब शुल्क के फीस जमा किया. विवि से विलंब शुल्क के साथ फीस जमा करने की बात कह उसे लौटा दिया गया. हालांकि छात्रों का एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया और परीक्षा हो गयी, लेकिन कॉलेज ने विलंब शुल्क के साथ फीस नहीं दिया. वहीं, छात्रों का कहना है कि फाॅर्म भरने के साथ ही समय से शुल्क भी जमा कर दिये थे.

प्राचार्य बोले, सर्वर धीमा होने के कारण हुआ विलंब

आरपीएस काॅलेज चकियाज वैशाली के प्राचार्य डाॅ प्रेमानंद ने कहा कि काॅलेज की ओर से परीक्षा शुल्क भेजने में चार-पांच दिन विलंब हो गया था. सर्वर धीमा होने के कारण समय से शुल्क नहीं भेजा जा सका. इसके बाद परीक्षा नियंत्रक उन्हें जान-बूझकर परेशान कर रहे हैं. प्राचार्य ने कहा कि उन्होंने कुलपति को आवेदन देकर विलंब शुल्क को माफ करने का अनुरोध किया था.

कुलपति बोले, कॉलेज को देना होगा विलंब शुल्क

कुलपति प्रो हनुमान प्रसाद पांडेय ने कहा कि इस मामले में संबंधित काॅलेज को विलंब शुल्क देना होगा. अबतक शुल्क क्यों जमा नहीं किया गया, इसको लेकर प्राचार्य से स्पष्टीकरण पूछा गया है. संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.

पेंडिंग सुधार के लिए कॉलेज में करें आवेदन

स्नातक पार्ट वन परीक्षा 2021 में जिन छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग हुआ है, उन्हें कॉलेज में आवेदन करना है. परीक्षा नियंत्रक डाॅ संजय कुमार ने कहा कि स्नातक प्रथम वर्ष के परिणाम में पेंडिंग की समस्या एक प्रतिशत से भी कम हो गयी है. कुछ छात्रों का परिणाम प्रायोगिक परीक्षा का अंक उपलब्ध नहीं होने के कारण पेंडिंग है. उसे एक सप्ताह में सुधार दिया जायेगा. छात्र अपने काॅलेज में आवेदन देंगे, जहां से समेकित कर विवि भेजा जायेगा.

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