पटना/ बिहारशरीफ. प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से 68 लोगों की मौत हो गयी. इनमें नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार भी शामिल हैं. उन्होंने रविवार की दोपहर पटना एम्स में दम तोड़ दिया. वह करीब 55 वर्ष के थे.
इससे पहले रविवार की सुबह ही उनकी कोरोना संक्रमित मां की भी घर पर मौत हो गयी. इसके साथ ही राज्य में कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 2155 हो गयी है. मनोज कुमार ने पहली बार जुलाई, 2018 में जिला शिक्षा पदाधिकारी के रूप में नालंदा में योगदान दिया था.
इसके पहले वह अररिया जिला शिक्षा विभाग में डीपीओ, स्थापना थे. मनोज कुमार का पैतृक घर जहानाबाद है और वर्तमान में वह पटना में मकान बनाकर रह रहे थे. इनकी पत्नी पटना में हाइस्कूल की शिक्षिका हैं. वह अपने पीछे एक पुत्र व एक पुत्री समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि बीते बुधवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी थी और परिजनों ने उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया था. रविवार की दोपहर करीब एक बजे इनकी मौत हो गयी. डीइओ की मौत के बाद जिले के शिक्षा विभाग समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों, उनके सहकर्मियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं व शिक्षकेतर कर्मियों में शोक की लहर दौड़ गयी.
सशस्त्र सीमा बल के पूर्व डीजी अरुण चौधरी का रविवार को यूपी के नोएडा के एक अस्पताल में निधन हो गया है. वह 66 वर्ष के थे.1977 बैच के बिहार कैडर के अाइपीएस अधिकारी रहे श्री चौधरी सीआइएसएफ और आइबी में भी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने गुप्तचर ब्यूरो में करीब दो दशक तक सेवा दी, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर डेस्क की अगुआई की थी.दिसंबर, 2012 में उन्हें एसएसबी का महानिदेशक नियुक्त किया गया था और वह 30 अप्रैल, 2014 को सेवानिवृत्त हुए थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर शोक और गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि वह एक कुशल प्रशासक थे. उनके निधन से प्रशासनिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
Posted by Ashish Jha