Bihar News: बिहार के औरंगाबाद जिले के क्षत्रिय नगर मुहल्ले में रविवार की अहले सुबह फांसी लगाकर एक 18 वर्षीय दसवीं के छात्र ने आत्महत्या कर ली. बंद कमरे में युवक का शव फांसी के फंदे से झूलता हुआ मिला. मृतक युवक की पहचान जम्होर थाना क्षेत्र के सतुआहि कर्मा टोले कुसमी बिगहा निवासी संजय सिंह के पुत्र विश्वजीत कुमार के रूप में हुई है. वर्तमान में पूरा परिवार शहर के क्षत्रिय नगर मुहल्ले में दामाद के घर पर रहता था. मृतक के पिता संजय सिंह ने बताया कि मृतक विश्वजीत शहर के हाई स्कूल में दसवीं की पढ़ाई करता था. उसी समय बिजौली व पेठारी गांव के ही कुछ युवकों के साथ विवाद हुआ था. छात्र को अकेला और कमजोर समझकर इसके साथ हमेशा मारपीट की जाती थी.
पिता ने दबंगों पर लगाया आरोप
18 जून को दर्जनों लोगों ने घर में घुसकर कनपट्टी में पिस्टल सटाकर जान मारने की धमकी भी दी थी. उन्होंने बताया कि झगड़े को लेकर मेरे ऊपर झूठा केस कराया गया. दर्ज प्राथमिकी में ऑटो चलाते समय बैग चुराने का आरोप लगाया गया. जबकि, मैं ऑटो नही चलाता. इसी झूठा केस को लेकर विश्वजीत हमेशा दबाव में रहता था. लगातार फोन पर धमकी दिए जाने को लेकर वह परेशान रहता था. उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता था. कई दिनों से वह मानसिक तनाव में था. वह शनिवार की रात खाना खाकर सो गया. लेकिन, रविवार की सुबह काफी देर तक नही जगा.
मृतक के परिजनों में मचा कोहराम
सुबह आवाज लगाने पर जब नही जगा, तो दरवाजा तोड़कर देखा तो फांसी के फंदे से झूला हुआ है. फंदे से झूलते देख शव से लिपटकर परिजन रोने लगे. घटना की सूचना नगर थाना पुलिस को दी गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी. घटना के बाद नगर थाना की पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौप दिया. इधर घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. वही गांव में मातम पसरा हुआ है. घटना के सम्बंध में नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पहुंचकर मामले की तहकीकात शुरू कर दी. फिलहाल, पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया गया. इधर मामले में परिजनों के द्वारा आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. प्राप्त आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.