बिहार के विभिन्न जिलों में पंचायत उपचुनाव जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के डुमरैठ पंचायत में उप मुखिया और वार्ड सदस्यों ने डीएम को इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि ग्राम प्रतिनिधियों के इस दल ने टोली बनाकर डीएम सावन कुमार को अपना इस्तीफा सौंपा. इन लोगों ने भभुआ प्रखंड विकास पदाधिकारी और डुमरैठ पंचायत के मुखिया के ऊपर बड़े गंभीर आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि बिना किसी बैठक के मुखिया सरकारी योजनाओं को खोलकर पंचायत में जगह-जगह पर काम करा रहे हैं. इसमें बीडीओ और मुखिया दोनों शामिल हैं.
शिकायत के बाद भी नहीं लिया गया संज्ञान
जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि पिछले एक वर्ष में योजनाओं के लेकर एक बैठक नहीं हुई. केवल बीडीओ और मु्खिया अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं. इसके लेकर कई बार जिले के वरीय पदाधिकारियों से शिकायत की गयी. मगर हमारी शिकायत सुनी नहीं गयी. ऐसे में हमने तय किया कि जब हमें काम करने का अधिकारी ही नहीं है तो पद पर बने रहने से क्या लाभ. सोच विचार करने के बाद हमने डीएम सावन कुमार के सामने इस्तीफा दिया है. सामुहिक इस्तीफे से अलाके में हंड़कंप मच गया है. वहीं ग्रामीण स्तर की राजनीति गर्म हो गयी है.
इस्तीफा हो गया नामंजूर
डुमरैठ पंचायत के उप मुखिया और वार्ड सदस्यों का इस्तीफा डीएम के द्वारा नामंजूर दिया गया है. ऐसे में अब जनप्रतिनिधि ने पंचायती राज विभाग के सचिव को अपना इस्तीफा सौपने का मन बना लिया है. वार्ड सदस्यों ने आरोप लगाया है कि वो जब भी मुखिया से कुछ पूछते हैं तो वो बताने को तैयार नहीं होते हैं. उनका कहना है कि मुखिया सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार कर रहे हैं. तब ही, योजनाओं को लेकर एक भी बैठक नहीं करते हैं. मामले में अधिकारियों ने कुछ भी कहने से मना कर दिया.