बढ़ी परेशानी . बारिश ने दिखाया खेल, सड़कों पर दिखा गंदे पानी का मेल
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सड़क व नाले का फर्क मिटा
बढ़ी परेशानी . बारिश ने दिखाया खेल, सड़कों पर दिखा गंदे पानी का मेल कूड़ा- कचरा देख मंदिर जाने के बजाय घरों में रुकीं महिलाएं आरा : तीसरे दिन बुधवार को बारिश ने खेल दिखाया और मंगलवार की तरह ही बुधवार को भी सड़कों पर नाले का पानी ही घुटने भर कई स्थानों पर बहता […]
कूड़ा- कचरा देख मंदिर जाने के बजाय घरों में रुकीं महिलाएं
आरा : तीसरे दिन बुधवार को बारिश ने खेल दिखाया और मंगलवार की तरह ही बुधवार को भी सड़कों पर नाले का पानी ही घुटने भर कई स्थानों पर बहता रहा. पूजा करने निकली महिलाएं स्थिति देख घर वापस लौट गयीं. लोग नाक-भौं सिकुड़ते रहे. दुकानदार दुकान बंद कर दिन भर घरों में दुबके रहे. शहर के कई स्थानों पर पानी के बजाय कूड़ा- कचरा ही दिखायी देता रहा.
सिविल सर्जन आवास का गेट भी नहीं रहा अछूता : सिविल सर्जन के आवास का गेट थोड़ा उचास पर है, लेकिन नाले का कूड़ा- कचरा यहां भी पहुंच गया. सिविल सर्जन के आवास के सामने की बात छोड़िये, अंदर कैंपस में भी पानी चला गया, वह भी नाले का.
दुकानों को करना पड़ा बंद : बारिश ने ईद का बाजार वैसे भी फीका कर दिया है. लेकिन बुधवार को शहर के कई दुकानदार ऐसी स्थिति में नहीं थे कि वे दुकान खोल सके. क्योंकि जगजीवन मार्केट, गोपाली चौक सहित तमाम स्थानों पर स्थिति ऐसी ही थी. घुटने भर पानी में घुस कर दुकानदारों ने पहले सामान हटाया, फिर दुकानों को बंद करना ही मुनासिब समझा.
नालों की नहीं हुई सफाई : नाला रोड, कतिरा, गांधीनगर, बस स्टैंड, जगदेवनगर, पकडी, अनाईठ, पटेल बस पडाव, महिला कॉलेज, जैन कॉलेज, एमपीबाग, मौलाबाग सहित शहर का शायद ही कोई ऐसा स्थान नहीं है, जहां जलजमाव नहीं देखने को मिला.
अधिसंख्य महिलाओं ने नहीं की खरीदारी : रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं को खरीदने के लिए अधिसंख्य महिलाएं और पुरुष सड़कों पर बह रहे नाला व कूड़ा- कचरे को देख कर बाजार जाना मुनासिब नहीं समझा.
गृहिणी रश्मि देवी, रेशमा देवी, मनोजा देवी सहित कई महिलाओं ने कहा कि कौन नाले के गंदे पानी में पैर रख कर बाजार करने जायेगा. इससे तो अच्छा है कि एक दिन बिना सब्जी एवं जरूरत के सामान के ही काम चलेगा.
क्या कहते हैं लोग
नगर निगम के अधिकारी किसी भी तरह से साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं. यदि यही स्थिति रही, तो शहर ही बदलना पड़ेगा.
गुड़िया देवी, न्यू कॉलोनी पकड़ी निवासी
यदि आउट फाल नालों की सफाई पहले से हुई रहती, तो स्थिति ऐसी नहीं रहती सुरेश सिंह यादव
इस बार तो हद हो गयी. पहले बरसात में जब यह स्थिति हुई, तो आनेवाले दिनों में क्या स्थिति होगी.
मनोज सिंह
बारिश हो या न हो, डॉ बी चांद की गली में हमेशा जलजमाव रहता है. सड़कें सही ढंग से नहीं बन पायी हैं. नगर निगम को कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन नतीजा सिफर है.
लालबहादुर सिंह, कतिरा निवासी
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