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पूरे देश में जल-जीवन-हरियाली योजना की हो रही चर्चा : सीएम नीतीश कुमार
बक्सर/आरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु में लगातार परिवर्तन हो रहा है, जिससे भू-जल के स्तर में गिरावट आ रही है. कभी अतिवृष्टि तो कभी वर्षा की कमी हो रही है. इसकी गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद सभापति, विधानसभा एवं परिषद के सदस्यों के साथ घंटों विचार के बाद […]
बक्सर/आरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु में लगातार परिवर्तन हो रहा है, जिससे भू-जल के स्तर में गिरावट आ रही है. कभी अतिवृष्टि तो कभी वर्षा की कमी हो रही है. इसकी गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद सभापति, विधानसभा एवं परिषद के सदस्यों के साथ घंटों विचार के बाद जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाने की शुरुआत की गयी है. पहले शराबबंदी और अब जल-जीवन-हरियाली योजना की चर्चा पूरे देश में हो रही है.
मुख्यमंत्री जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत शुक्रवार को बक्सर जिले के इटाढ़ी प्रखंड के उनवांस गांव में जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मौके पर सीएम ने रिमोट से 661.07 करोड़ की 122 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया. इससे पहले उन्होंने भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड के भेड़री में विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया.
मुख्यमंत्री ने बक्सर जिले के उनवांस गांव में साहित्यकार शिवपूजन सहाय की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उनकी धरती को नमन किया और कहा कि यह धरती खास है.
उन्होंने कहा कि पहले पूरे प्रदेश में हरित आवरण महज नौ प्रतिशत था, जो इस अभियान अब 15 प्रतिशत हो गया है.पूरे प्रदेश में आठ करोड़ पौधे लगाये जायेंगे. इसके पहले सरकार ने हर घर बिजली का लक्ष्य समय से पूरा कर लिया है. इसी तरह किसानों के खेतों को पानी देने का लक्ष्य भी शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में न्याय के साथ महिलाओं, अतिपिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों का कल्याण हुआ है. उन्होंने कहा कि राज्य के छह जिलों के 44 प्रखंडों से शुरू जीविका कार्यक्रम को पूरे प्रदेश में लागू किया गया है.
जीविका के माध्यम से अब तक नौ लाख स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है. बिहार ने महिला सशक्तीकरण, शराबबंदी, बाल विवाह उन्मूलन की दिशा में काफी तेज गति से कदम बढ़ाया है. सभी क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण के लिए आरक्षण दिया गया है. ऐसे में बिहार बदल रहा है.
इससे पहले सीएम ने भोजपुर की इचरी पंचायत के भेड़री गांव में मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत पॉली हाउस में जरबेरा फूल की खेती, ड्रीप सिंचाई पद्धति पर आधारित मिश्रित खेती, वर्मी कंपोस्ट पीट, डी कंपोजर पीट, कृषि यांत्रिकीकरण मेला, परिवहन मेला, किसान गोष्ठी, सरकारी योजनाओं का स्टॉल भ्रमण तथा मत्स्यपालन की योजना का शुभारंभ किया. साथ ही तालाबों का मुआयना किया. सुबह लगभग 11:15 बजे मुख्यमंत्री भेड़री गांव पहुंचे. यहां डीएम रौशन कुशवाहा ने उन्हें योजनाओं के बारे में बताया. सबसे पहले सीएम ने 66 वर्षीया महिला किसान कांति किरण की ओर से मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत बनाये गये 2000 वर्ग मीटर में जरबेरा फूल संरक्षित पॉली हाउस को देखा.
मुख्यमंत्री ने इसके बारे में कांति किरण से जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने टपकन सिंचाई पद्धति पर आधारित अमरूद एवं सब्जी की मिश्रित खेती को देखा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने गव्य विकास योजना के तहत पांच लाभुकों को प्रथम चरण के अनुदान का चेक और फसल अवशेष प्रबंधन के तहत 15 कृषकों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किया. कस्टम हायरिंग योजनांतर्गत चार प्रखंडों के जीविका संकुल को 10 लाख रुपये के कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की स्वीकृति दी.
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