कार्रवाई. बिजली को लेकर हंगामा के बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन सख्त
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तीन पर केस, छात्रों को हॉस्टल छोड़ने का निर्देश
कार्रवाई. बिजली को लेकर हंगामा के बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन सख्त प्राचार्य के आवास पर पत्थरबाजी करने, नेम प्लेट तोड़ने और गाली-गलौज करने का आरोप प्राचार्य ने जीरोमाइल थाने में दर्ज करायी प्राथमिकी, डीआइजी को भी सौंपा आवेदन भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बुधवार की देर रात प्राचार्य के आवास पर छात्राओं के […]
प्राचार्य के आवास पर पत्थरबाजी करने, नेम प्लेट तोड़ने और गाली-गलौज करने का आरोप
प्राचार्य ने जीरोमाइल थाने में दर्ज करायी प्राथमिकी, डीआइजी को भी सौंपा आवेदन
भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बुधवार की देर रात प्राचार्य के आवास पर छात्राओं के हंगामा के बाद कॉलेज प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है. कॉलेज के प्राचार्य ने गुरुवार को जीरो माइल थाने में तीन छात्रों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया. इसके साथ-साथ अंतिम वर्ष के छात्रों को छोड़ कर बाकी सभी छात्र-छात्राओं को हॉस्टल खाली करने का निर्देश जारी किया गया.
छात्रों पर यह है आरोप
छात्रों पर आरोप है कि बुधवार की रात्रि कॉलेज कैंपस के कुछ छात्र व अन्य छात्रों के समूह ने साथ प्राचार्य के आवास पर आकर पत्थरबाजी की. गेट पर लगे ने प्लेट को तोड़ दिया. बिजली का बल्ब तोड़ दिया. परिसर में घुस कर गाली-गलौज भी की. थाने को तीनों छात्रों का नाम, घर का पता और मोबाइल नंबर भी थाने को दिया गया है.
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बुधवार की रात छात्र-छात्राओं के द्वारा प्राचार्य आवास पर तोड़फोड़ किया गया. कैंपस में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस कारण अंतिम वर्ष के छात्रों को छोड़ अन्य सभी छात्र-छात्राओं को हॉस्टल खाली करने का निर्देश गुरुवार को जारी कर दिया. इसकी वजह यह भी बताया गयी है कि एक से 30 जून तक गरमी की छुट्टी है.
बिजली गुल रहने पर इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं ने बुधवार रात हंगामा किया था. अंधेरे में होस्टल से प्रिंसिपल आवास पर पहुंच कर छात्राओं ने धरना देकर विरोध जताया था. छात्राओं का कहना था कि सबौर ग्रिड बंद होने के कारण पांच दिनों से होस्टल में बिजली का संकट है. होस्टल में लगे दो जेनरेटर भी जवाब दे चुके हैं.
अक्सर जेनरेटर खराब रहता है. नियमानुसार होस्टल में शाम छह से ग्यारह बजे तक जेनरेटर चलना चाहिए. मेंटेनेंस के एवज में छात्राओं से पैसा भी लिया जाता है. इसके बावजूद होस्टल में शाम में जेनरेटर नहीं चलता है. छात्राओं का कहना था कि इस समस्या से कई दफा प्राचार्य को अवगत कराया गया, लेकिन अनसुना कर दिया गया. पिछले कुछ दिनों से होस्टल में पानी की सप्लाई भी बंद हो गयी है. एक तो प्राचार्य समस्या का समाधान नहीं करते और ऊपर से डांटने लगते हैं.
हॉस्टल खाली कराने डीआइजी से मांगी मदद : प्राचार्य ने डीआइजी को भी आवेदन सौंपा है. अनुरोध किया गया है कि गरमी छुट्टी की अवधि में हॉस्टल खाली कराने में प्रशासनिक मदद की जाये. जीरो माइल थाना प्रभारी द्वारा कॉलेज कैंपस में सघन गश्त करने के निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है.
घटना के पीछे की यह है कहानी
प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले करीब पांच-छह दिनों से बिजली संकट है. जनरेटर उतने पावर का नहीं है कि पूरे कैंपस को 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा सके. छात्र विभिन्न प्रकार के उपकरण अपने हॉस्टल में यूज करते हैं. इससे जनरेटर पर लोड बढ़ जाता है. इस कारण भी हमेशा जनरेटर सुविधा नहीं दी जा सकती है.
नियमित बिजली देना उनके हाथ में नहीं है. प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज कैंपस में छात्रों पर अनुशासन के साथ रहने को कहा जाता है. इस कारण छात्रों ने लड़कियों को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और आगे बढ़ा कर हंगामा करा दिया. इसका साक्ष्य भी पुलिस को सौंपा गया है.
हंगामे को लेकर वाट्सएप पर लड़कों ने की बातचीत, पुलिस को दी जानकारी
प्राचार्य ने कॉलेज के लड़कों द्वारा वाट्सएप पर की गयी बातचीत का स्क्रीन शॉट निकाल कर पुलिस को उपलब्ध कराया है. प्राचार्य ने बताया कि तीन लड़कों ने पहले हंगामे का प्लान वाट्सएप पर बातचीत कर बनाया. इसके बाद लड़कियों को आगे कर हंगामा किया.
वाट्सएप पर इस तरह हुई बातचीत
(पेश किये गये साक्ष्य के अनुसार)
पहला छात्र : कब जाना है
दूसरा छात्र : अभी
पहला छात्र : ओके चलो सब
दूसरा छात्र : कोई नहीं जायेगा, मुझे पता है
तीसरा छात्र : चलो यार
दूसरा छात्र : मार करवा दो, तब सब जायेगा
तीसरा छात्र : चलेगा तो निकलो
दूसरा छात्र : हम आते हैं
तीसरा छात्र : आओ गेट पर
दूसरा छात्र : बाकी को सोने दो
तीसरा छात्र : गेट बंद हो रहा है. जिसकी-जिसकी गर्ल फ्रेंड है उ लोग तो चलो कम से कम. कहां रह गया रे. रे सेकेंड इयर सब थर्ड इयर सर लोग जा रहे हैं जल्दी आओ रे.
दूसरा छात्र : सब सेकेंड इयर आओ. सर बुला रहे हैं.
बिजली संकट से छात्र परेशान
इंजीनियरिंग कॉलेज में एक सप्ताह से संकट
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले पांच-छह दिनों से बिजली संकट है. अभी परीक्षा चल रही है. कॉलेज प्रशासन को दिन भर जनरेटर चला कर परीक्षा लेनी पड़ रही है. इसी कैंपस में हॉस्टल की लड़कियां परेशान हैं. बिजली नहीं रहने से पढ़ाई बाधित हो रही है.
भागलपुर विवि में भी आती-जाती है बिजली
टीएमबीयू में भी छात्र पेड़ के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर हैं. चार पीजी हॉस्टल, एक रिसर्च हॉस्टल, एक यूजीसी हॉस्टल, एक वेलफेयर हॉस्टल, पांच गर्ल्स हॉस्टल, टीएनबी कॉलेज कैंपस में पांच हॉस्टल, मारवाड़ी कॉलेज कैंपस में दो हॉस्टल हैं. इनमें तकरीबन डेढ़ हजार स्टूडेंट रहते हैं. इनके प्रति बिजली कंपनी गंभीर नहीं है.
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