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रीढ़ व सिर के दर्द का इलाज कराते-कराते था परेशान, एएसआइ ने मायागंज अस्पताल की चाैथी मंजिल से कूद कर दी जान

भागलपुर: रीढ़ व सिर के दर्द का इलाज कराते-कराते परेशान एएसआइ ने तीसरे प्रयास में जेएलएनएमसीएच (मायागंज अस्पताल) के चाैथी मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी. अस्पताल के सर्जरी विभाग स्थित बाथरूम की खिड़की पर लगी जाली को उखाड़ने के बाद वह कूद गया. नीचे गिरने से उसका सिर फट गया जबकि पेट […]

भागलपुर: रीढ़ व सिर के दर्द का इलाज कराते-कराते परेशान एएसआइ ने तीसरे प्रयास में जेएलएनएमसीएच (मायागंज अस्पताल) के चाैथी मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी. अस्पताल के सर्जरी विभाग स्थित बाथरूम की खिड़की पर लगी जाली को उखाड़ने के बाद वह कूद गया. नीचे गिरने से उसका सिर फट गया जबकि पेट व गले में लगा टांका खुल गया. सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी मनोज कुमार व बरारी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वह गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी थानाक्षेत्र के घंटाघर का रहनेवाला था. वर्तमान में वह जमशेदपुर जिले के टेल्को थाने में बतौर एएसआइ तैनात था.
चार मई को जान देने के प्रयास में खुद का रेत लिया था गला व पेट : जमशेदपुर जिले के टेल्को थाने में तैनात एएसआइ गुरुकांत मुर्मू (47) की पत्नी आग्नी सोरेन पाकुड़ जिले के बेदसदा मिशन स्कूल में अध्यापन का काम करती है. बकौल आग्नी, उसके पति को लगातार रीढ़ व सर में दर्द रहता था. एलोपैथिक विधा से इलाज कराते-कराते वह थक चुका था. आजकल वह कटिहार जिले के एक चिकित्सक के पास आयुर्वेदिक इलाज करा रहा था. इलाज से कोई राहत न मिलने के कारण वह परेशान रहता था. इसी परेशानी के कारण उसने चार मई को पेट व गला रेत कर जान देने का प्रयास किया था. गंभीर अवस्था में उसे गोड्डा सदर अस्पताल में भरती कराया गया. वहां पेट व गर्दन में टांका लगाने के बाद चिकित्सकों ने उसे पांच मई को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भागलपुर के लिए रेफर कर दिया. छह मई की अलसुबह (01:35 बजे) उसे सर्जरी वार्ड के बेड नंबर 27 पर (डॉ राकेश कुमार की यूनिट में)भरती कराया गया. तबसे उसका इलाज चल रहा था. इससे पहले 24 जनवरी को भी उसने आत्महत्या का प्रयास किया था.
हालत में सुधार हो रहा था, दो चिकित्सकों ने जांचा था उसे : सर्जन डॉ राकेश कुमार ने बताया कि जब गुरुकांत मुर्मू को भरती कराया गया था, तब वह बोल नहीं पा रहा था. मंगलवार को वह सांय-सांय की आवाज लिये बोल रहा था. उसके गले की जांच इएनटी स्पेशलिस्ट डॉ धर्मेंद्र कुमार ने और पेट-गले में लगे टांके की जांच डॉ राकेश कुमार ने की थी. वह टहल भी रहा था. हालत में सुधार तेजी से हो रहा था.
इधर पत्नी चप्पल लाने गयी, उधर छत से कूद कर दे दी जान : बकौल आग्नी सोरेन, मंगलवार को उनके व्यवहार से लग नहीं रहा था कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं. करीब तीन बजे एएसआइ गुरुकांत ने उसे चप्पल न होने की बात कह कर चप्पल लाने को भेजा. 12 वर्षीय बेटी रीतू मुर्मू ने पिता के पास रहने की बात कहीं तो उन्होंने कहा कि मम्मी अकेले परेशान होंगी, अत: वह भी मम्मी संग बाजार जाये. आग्नी ने बताया कि उसने तिलकामांझी में पति के लिए 100 रुपये का चप्पल खरीदा आैर एक जोड़ी चप्पल बेटी के लिए भी. सर्जरी विभाग में तैनात नर्स रेनू कुमारी व उषा कुमारी ने बताया कि उनकी मंगलवार को राउंडिंग थी. दोनों मंगलवार को अपराह्न 3:15 बजे बेड नंबर 27 पर भरती गुरुकांत को सुई लगाने के लिए गयी तो देखा वह बेड पर नहीं है. लोगों ने बताया कि वह बाथरूम गया है. इसके बाद ही लोगों ने बताया कि उसने बाथरूम की खिड़की पर लगी जाली को तोड़ कर छत से कूद कर अपनी जान दे दी है. सूचना मिलते ही मौके पर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल पहुंचे और इसकी सूचना एसएसपी मनोज कुमार को दी. एसएसपी मौके पर पहुंचे और मृतक की पत्नी से पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार को लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने को कहा.
प्रथम दृष्ट्या यह मामला आत्महत्या का लग रहा है. मृतक की पत्नी ने बताया कि मृतक इलाज कराते-कराते परेशान था. चार मई को उसने गला व पेट रेत कर जान देने का प्रयास किया था. सुंदरपहाड़ी के बड़े बाबू ने इसकी सूचना मृतक की पत्नी को दी थी. पूरे मामले की तहकीकात के लिए सुंदरपहाड़ी थानाध्यक्ष के साथ ही जमशेदपुर के टेल्को थाने के अधिकारियों से भी बात की जायेगी.
मनोज कुमार, एसएसपी

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