भागलपुर : चेचक प्रभावित वार्ड नंबर 13 कंपनी बाग में मंगलवार को डॉक्टरों की टीम पहुुंची. चिकित्सकों की माने तो दुर्गा स्थान परिसर कंपनीबाग में लगे कैंप में डॉ चंद्र किशोर व डॉ ज्ञानरंजन ने 436 मरीजों का जांच की. इनमें 35 लोगों में चेचक पाया गया. इन मरीजों काे चेचक से बचाव के उपाय को बताते हुए जरूरत के अनुसार दवा दी गयी.
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कंपनीबाग पहुंची डॉक्टरों की टीम, 436 की जांच
भागलपुर : चेचक प्रभावित वार्ड नंबर 13 कंपनी बाग में मंगलवार को डॉक्टरों की टीम पहुुंची. चिकित्सकों की माने तो दुर्गा स्थान परिसर कंपनीबाग में लगे कैंप में डॉ चंद्र किशोर व डॉ ज्ञानरंजन ने 436 मरीजों का जांच की. इनमें 35 लोगों में चेचक पाया गया. इन मरीजों काे चेचक से बचाव के उपाय […]
बीमारों व परिजनों ने कहा, सवा एक घंटे ही रहे डॉक्टर : कैंप की जानकारी मिलते ही पिंकी देवी (30 वर्ष), इंदो देवी (26 वर्ष) व अंजली भारती (16 वर्ष) वर्ष ने कहा कि वे लोग अपने घर के चेचक से बीमार बच्चों के लिए दवा के लिए पूर्वाह्न 11:45 बजे दुर्गा परिसर पहुंची लेकिन डॉक्टरों की टीम नहीं थी. वहीं चेचक से ग्रसित गुड़िया कुमारी (10 वर्ष), रिया कुमारी (पांच वर्ष), खुशी कुमारी (डेढ़ वर्ष), नेहा कुमारी (14 वर्ष) डॉक्टरों से चेकअप कराने के लिए पहुंची लेकिन उन्हें दवा नहीं मिला. यहां पर मौजूद दर्जनों लोगों ने कहा कि डॉक्टरों की टीम पूर्वाह्न साढ़े दस बजे आयी और पौने 12 बजे ही चली गयी.
नवजातों को चेचक हो तो न करें लापरवाही : डॉ आरके सिन्हा
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ आरके सिन्हा ने कहा कि नवजातों को अगर चेचक होता है तो माता-पिता लापरवाही न बरतें. तत्काल चिकित्सक के पास ले जायें.
नहीं तो चेचक का प्रकोप बढ़ने पर नवजात को मस्तिष्क ज्वर, डायरिया या निमोनिया हो सकता है. अगर गर्भवती महिला को चेचक हो तो उसे भी चिकित्सक को दिखायें.
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