मिलता है 400 रुपये रोजाना पर काम बिहार पुलिस से कम नहीं
भागलपुर : गृह रक्षकों का अपना दर्द है. उनका कहना है कि बिहार पुलिस के जवान की तरफ ही वे भी ड्यूटी करते हैं. वे भी गश्ती में जाते हैं और लॉ एंड ऑर्डर की समस्या होने पर वे भी बिहार पुलिस के जवान की तरह आगे रहते हैं. पर उनके साथ समान बरताव नहीं […]
भागलपुर : गृह रक्षकों का अपना दर्द है. उनका कहना है कि बिहार पुलिस के जवान की तरफ ही वे भी ड्यूटी करते हैं. वे भी गश्ती में जाते हैं और लॉ एंड ऑर्डर की समस्या होने पर वे भी बिहार पुलिस के जवान की तरह आगे रहते हैं. पर उनके साथ समान बरताव नहीं किया जाता. बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ के भागलपुर जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी ने कहा कि उन्हें रोजाना 400 रुपये के हिसाब से मानदेय मिलता है जो महीने का 12 हजार होता है. जबकि बिहार पुलिस के जवान को उनसे लगभग दोगुना पैसा मिलता है. इसके अलावा बिहार पुलिस को मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी उन्हें नहीं मिलती.
गृह रक्षकों को छुट्टी भी नहीं है. जबकि बिहार पुलिस के जवानों को छुट्टी भी है. बिहार पुलिस को साल में 12 महीने का वेतन मिलता है जबकि गृह रक्षकों को प्रत्येक साल दाे से तीन महीने बैठा दिया जाता है. गृह रक्षकों को प्रत्येक दो महीने पर नया कमान मिल जाता है. यानी प्रत्येक दो महीने पर उन्हें नयी जगह भेज दिया जाता है. इतना सबकुछ होने के बाद भी उनके साथ न्याय नहीं हो रहा. जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी समान कार्य के लिए समान वेतन देने का निर्देश राज्य सरकारों को दिया है. कई राज्य सरकारों ने इसे लागू भी किया है पर बिहार में इसे अनदेखा कर दिया गया है.
