मिलता है 400 रुपये रोजाना पर काम बिहार पुलिस से कम नहीं

भागलपुर : गृह रक्षकों का अपना दर्द है. उनका कहना है कि बिहार पुलिस के जवान की तरफ ही वे भी ड्यूटी करते हैं. वे भी गश्ती में जाते हैं और लॉ एंड ऑर्डर की समस्या होने पर वे भी बिहार पुलिस के जवान की तरह आगे रहते हैं. पर उनके साथ समान बरताव नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2017 3:45 AM

भागलपुर : गृह रक्षकों का अपना दर्द है. उनका कहना है कि बिहार पुलिस के जवान की तरफ ही वे भी ड्यूटी करते हैं. वे भी गश्ती में जाते हैं और लॉ एंड ऑर्डर की समस्या होने पर वे भी बिहार पुलिस के जवान की तरह आगे रहते हैं. पर उनके साथ समान बरताव नहीं किया जाता. बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ के भागलपुर जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी ने कहा कि उन्हें रोजाना 400 रुपये के हिसाब से मानदेय मिलता है जो महीने का 12 हजार होता है. जबकि बिहार पुलिस के जवान को उनसे लगभग दोगुना पैसा मिलता है. इसके अलावा बिहार पुलिस को मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी उन्हें नहीं मिलती.

गृह रक्षकों को छुट्टी भी नहीं है. जबकि बिहार पुलिस के जवानों को छुट्टी भी है. बिहार पुलिस को साल में 12 महीने का वेतन मिलता है जबकि गृह रक्षकों को प्रत्येक साल दाे से तीन महीने बैठा दिया जाता है. गृह रक्षकों को प्रत्येक दो महीने पर नया कमान मिल जाता है. यानी प्रत्येक दो महीने पर उन्हें नयी जगह भेज दिया जाता है. इतना सबकुछ होने के बाद भी उनके साथ न्याय नहीं हो रहा. जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी समान कार्य के लिए समान वेतन देने का निर्देश राज्य सरकारों को दिया है. कई राज्य सरकारों ने इसे लागू भी किया है पर बिहार में इसे अनदेखा कर दिया गया है.

थानों पर दिखने लगा है असर : गृह रक्षक क्या और कितना कार्य करते हैं यह उनके हड़ताल पर जाने के बाद दिखने लगा है. पिछले लगभग 25 दिनों से जिले के सभी थाने मैन पावर की कमी से जूझ रहा है. गृह रक्षकों के कार्य से हटते ही थानों के लिए गश्ती करना और डाक मंगवाना काफी मुश्किल भरा काम हो गया है.
आर-पार के मूड में इस बार : वैसे तो समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग गृह रक्षकों द्वारा पहले भी उठाया जा चुकी है. पर इस बार संगठन आर-पार के मूड में दिख रहा है. सभी गृह रक्षक पटना के गर्दनीबाग में होने वाले महाधरना में शामिल होने चले गये हैं. 27 मार्च से वहां धरना जारी है. एक तरफ जहां सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी ड्यूटी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा कर नयी भरती करने के मूड में है वहीं गृह रक्षक अपनी मांगों को लेकर बुधवार को राज्यपाल से मिल कर जताने वाले हैं कि वे इस बार नहीं मानने वाले.
एक साल में नौ से दस माह ही लिया जाता
है काम
जिले के गृह रक्षकों के हड़ताल में शामिल होने से थानों के काम पर असर साफ दिख रहा
न सिर्फ गश्ती में बल्कि डाक लाने और ले जाने में भी हो रही दिक्कत
हम अपनी मांगों को लेकर भागलपुर में धरना और रैली निकालने के बाद पटना में धरना पर बैठे हैं. सरकार कुछ भी सोचे पर हमारी मांग जायज है और इसको लेकर आंदोलन जारी रहेगा. बुधवार को हमारा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलेगा.
दीपक चौधरी, भागलपुर जिलाध्यक्ष, बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ