नवगछिया : नवगछिया के नोनिया पट्टी में शनिवार को संपत्ति के विवाद में सुखदेव लहरी की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार को लेकर मारपीट की नौबत आ गयी. सुखदेव लहरी को बेटा नही था. उसने बगल के ही धीरज कुमार के सात वर्षीय पुत्र को गेाद ले ले लिया था. धीरज ने सुखदेव की जमीन पर दो मंजिला घर बना लिया था.
दूसरी ओर सुखदेव के मरने से पहले ही उसके भतीजा रोहित लहरी ने वह जमीन अपनी पत्नी खुशी कुमारी के नाम से लिखवा ली थी. शनिवार को जब सुखदेव की मौत हुई, तो रोहित और उसके परिवार वाले अब धीरज को घर में घुसने से मना करने लगे. इससे विवाद होने लगा. संपत्ति के लोभ में दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत आ गयी.