भागलपुर : कागज-पत्तर का फेर, चार सौ रुपये मिलने में भी हो रहा देर. यह दर्द एक-दो नहीं बल्कि शहर के 75 फीसदी पेंशनधारियों का है. दीवाली तो अंधेरे में बीत गया अब नये साल में भी तकरीबन 10 हजार पेंशनधारियों के हाथ खाली ही रहेंगे. जीवनयापन के लिए सात माह से पेंशनधारी दफ्तर दर दफ्तर बाबुओं के खटखटा रहे हैं
द्वार.निगम के सामाजिक सुरक्षा कोषांग विभाग के मुताबिक शहर में 15 हजार 24 पेंशनधारी हैं, जिसमें 5 हजार पेंशनधारियों को पैसे मिल चुके हैं. दरअसल, सरकारी फरमान के बाद अब पेंशनधारियों के बैंक अकाउंट में पेंशन की राशि जमा की जायेगी. इसके लिए पेंशनधारियों से स्वीकृति पत्र, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट की जानकारी एफआइसी कोड के साथ देने के लिए कहा गया है. सहूलियत के लिए सरकार का यही फरमान पेंशनधारियों के चार सौ रुपये की राह में व्यवधान बन गया है.
75 फीसदी पेंशनधारियों के नये साल में भी हाथ रहेंगे खाली
शहर में 15 हजार पेंशनधारी, 10 हजार को नहीं मिली पेंशन
दर्द की कहानी
यही एक सहारा
पेंशन की राशि की पड़ताल के लिए निगम कार्यालय के सामाजिक सुरक्षा कोषांग विभाग पहुंची परबत्ती की रामेश्वरी देवी कहती हैं कि दो दशक पहले ही उनके पति का निधन हो चुका है. पेंशन ही उनके जीवनयापन का सहारा है. चार सौ रुपया में बमुश्किल गुजर-बसर हो रहा है, वह भी सात माह से नहीं मिला है.
विभाग का दावा
2500 आवेदनों का करेक्शन
निगम के सामाजिक सुरक्षा कोषांग के प्रभारी चित्रकेतु झा कहते हैं कि कुछ कागजी औपचारिकताएं पेंशनधारियों को पूरी करनी होगी. मसलन, स्वीकृति पत्र, आधार कार्ड, एफआईसी कोड समेत बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी. अन्यथा कंप्यूटर इसे रिजेक्ट कर देता है. 15 हजार पेंशनधारियों में 5 हजार के अकाउंट में पैसे वक्त जमा करवाए जा रहे हैं. 2500 आवेदन को करेक्शन किया जा चुका है.