नवगछिया : राजद नेता बाहुबली रसलपुर के विनोद यादव व कदवा के गोलाटोला के कमलेश्वरी भगत की हत्यामामले में मुख्य आरोपित स्व प्रकाश सिंह के पुत्र पिंटू सिंह जब गिरफ्तार हुआ तो पुलिस पदाधिकारियों ने उसकी आंखों की ठसक को देख कर अंदाजा लगाया था कि वह आसानी से इन दोनों हत्याकांडों में कुछ बताने वाला नहीं है.
उसके साथ सख्ती करनी होगी, लेकिन पुलिस पदाधिकारियों का अंदाजा गलत निकला पिंटू ने पुलिस स्तर की पूछताछ में पूरे ठसक के साथ कहा कि हां मैंने विनोद यादव की हत्या की है. विनोद यादव की हत्या कर मैंने अपने भाई और पिता की हत्या का बदला लिया है. इसका उसे कोई गम नहीं है. पिंटू ने कहा कि विनोद यादव ने कई बार उसे भी रास्ते से हटाने का प्रयास किया, लेकिन अंतत: उसने ही विनोद को मार डाला. पुलिस सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है
कि पूछताछ के दौरान पिंटू ने यह भी कहा कि उसने विनोद यादव की हत्या करने के लिए लंबा इंतजार किया. पिता की हत्या के बाद बाल्यावस्था से ही उसके मन में बस एक ही इच्छा थी कि वह अपने पिता के हत्यारों से हत्या का बदला लेगा. पिंटू यादव ने कमलेश्वरी हत्याकांड में भी अपनी संलिप्तता को कबूल किया है. 1990 के शुरुआती दशक में विनोद यादव के भाई की हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में प्रकाश सिंह का नाम सामने आया था. विनोद यादव के भाई की हत्या के महज 10 से 12 दिन बाद ही प्रकाश सिंह की हत्या कर दी गयी थी. जानकारी मिली है कि इन दिनों पिंटू सिंह कोसी पार इलाके में ही अपनी गतिविधि में रहता था. वह अपने पिता की हत्या में सभी जिम्मेदार लोग उसके टारगेट पर थे. इस सिलसिले में उसने एक पूर्व मुखिया पुत्र से भी अपने पिता की राइफल अन्यथा रंगदारी देने की मांग की थी. मालूम हो कि प्रकाश सिंह की हत्या कदवा बुला कर की गयी थी. नवगछिया के एसपी पंकज सिन्हा ने कहा कि पिंटू सिंह विनोद यादव हत्याकांड में मुख्य शूटर की भूमिका में संलिप्त था.