जगदीशपुर : मध्य विद्यालय धौरी से स्कूल निर्माण के बाद बची ईंट-छर्री ट्रैक्टर से ले जाने के दौरान ग्रामीणों ने पकड़ लिया. साथ ही स्कूल के एमडीएम के दो बोरी चावल जो गांव के ही एक मिल में दिया गया था उसे भी पकड़ा. इससे आक्रोशित ग्रामीण हंगामा करने लगे. लोगों का आरोप था कि प्रधानाध्यापक संजय कुमार छर्री व ईंट अपने घर ले जा रहे थे और एमडीएम का चावल बेचने के उद्येश्य से मिल मे दिया था. इसकी सूचना बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता को भी दी. बीडीओ ने मामले की जांच की.
उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापक संजय कुमार से पूछताछ की. प्रधानाध्यापक ने बताया कि चावल बिक्री के लिए नहीं, बल्कि हॉलिंग के लिए भेजा गया था, क्योंकि चावल खराब हो गया था. छर्री व ईंट दुकानदार को वापस लौटाने के लिए भेजी जा रही थी. लेकिन, ग्रामीण प्रधानाध्यापक के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए. ग्रामीणों का कहना था कि जब स्कूल का निर्माण हुए करीब तीन साल हो चुके हैं, तो सामग्री आज क्यों लौटायी जा रही थी. और चावल यदि हॉलिंग के लिए ले जाया जा रहा था,
तो इसकी जानकारी स्कूल के अध्यक्ष व सचिव को क्यों नहीं दी गयी. हंगामे के बाद ग्रामीणों ने एक आवेदन बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता को देकर कार्रवाई करने की मांग की. बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता ने कहा कि प्रधानाध्यापक की गलती प्रतीत होती है. यथोचित कार्रवाई की जायेगी.