पुलिस महकमा में चर्चा है कि सुबोध झा ने एक-दो बार अपने घर पर कर्मचारी नेता को रंगेहाथ पकड़ा था. इसे लेकर दोनों के बीच काफी नोकझोंक भी हुई थी. कर्मचारी नेता ने ऊंची पहुंच का धौंस दिखा कर सुबोध झा को कुछ नहीं बोलने के लिए कह रखा था. विवि सूत्रों के अनुसार पूर्व कुलपति डॉ प्रेमा झा के कार्यकाल में सुबोध झा नौकरी से निलंबित कर दिये गये थे. काफी दिनों तक नौकरी काे लेकर सुबोध झा भटकते रहे.
तमाम चीजों की जानकारी महिला के पति सुबोध झा को भी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के बाद पुलिस हिरासत में सुबोध झा बात ही बात में अचानक से जिक्र कर दिया कि कर्मचारी नेता का पत्नी से अवैध संबंध होने से वह काफी परेशान चल रहा था. बेटी की जिदंगी भी खराब हो रही थी. पुलिस ने सुबोध झा की बात को कलम बंद कर दिया है. उस कर्मचारी नेता के खिलाफ साक्ष्य जुटाने में पुलिस लग गयी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार के मोबाइल कॉल डिटेल से बहुत कुछ साक्ष्य सामने आ सकता हैं. इस आधार पर कर्मचारी नेता की गिरफ्तारी की जा सकती है.